धनतेरस दिवाली उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है और यह एक ऐसा उत्सव है जो धन, स्वास्थ्य और समृद्धि पर जोर देता है। 2024 में, धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस के अनुष्ठानों और शुभ समय का पालन हिंदू परंपरा में बहुत महत्व रखता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह आशीर्वाद को अधिकतम करता है और घरों में समृद्धि लाता है।
धनतेरस 2024 का महत्व
धनतेरस की गहरी सांस्कृतिक प्रतिध्वनि है, जो देवी लक्ष्मी के आगमन का प्रतीक है, जो धन और प्रचुरता का प्रतिनिधित्व करती है। इस दिन, भक्त वित्तीय स्थिरता और कल्याण को आकर्षित करने के लिए न केवल देवी लक्ष्मी बल्कि धन के देवता भगवान कुबेर की भी पूजा करते हैं। यह प्रार्थनाओं का समय है जिसमें परिवार में समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य के लिए आशीर्वाद मांगा जाता है।
धनतेरस पूजा मुहूर्त और समय
धनतेरस पूजा मुहूर्त: शाम 7:00 बजे से रात 8:49 बजे तक
(शुभ प्रार्थना काल 1 घंटा 49 मिनट तक चलता है)
यम दीपम: 29 अक्टूबर
प्रदोष काल: शाम 6:12 बजे से रात 8:53 बजे तक
वृषभ काल: शाम 7:00 बजे से रात 8:49 बजे तक
त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ: 29 अक्टूबर को प्रातः 1:01 बजे से
त्रयोदशी तिथि समाप्त: 30 अक्टूबर को प्रातः 3:45 बजे
धनतेरस के पालन को बढ़ाने के लिए, यहां शहर-विशिष्ट पूजा के समय दिए गए हैं
शहर का समय
नई दिल्ली शाम – 6:31 बजे से रात 8:13 बजे तक
गुरुग्राम शाम – 6:32 बजे से रात 8:14 बजे तक
नोएडा शाम – 6:31 बजे से रात 8:12 बजे तक
मुंबई शाम – 7:04 बजे से रात 8:37 बजे तक
पुणे शाम – 7:01 बजे से रात 8:33 बजे तक
चेन्नई शाम – 6:44 बजे से रात 8:11 बजे तक
जयपुर शाम – 6:40 बजे से रात 8:20 बजे तक
हैदराबाद शाम – 6:45 बजे से रात 8:15 बजे तक
चंडीगढ़ शाम – 6:29 बजे से रात 8:13 बजे तक
कोलकाता शाम – 5:57 बजे से शाम 7:33 बजे तक
बेंगलुरु शाम – 6:55 बजे से रात 8:22 बजे तक
अहमदाबाद शाम – 6:59 बजे से रात 8:35 बजे तक