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Friday, November 22, 2024
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Effect of planet Venus in astrology: वैभव, सौंदर्य, और विलासिता के प्रतीक शुक्र

Astro sumit vijayvergiy

।।शुक्र गृह ।। Planet Venus in Astrology

ज्योतिष में शुक्र ग्रह (Planet Venus) को अत्यंत शुभ (very auspicious) ग्रह माना जाता है। शुक्र ग्रह वृषभ और तुला (Taurus and Libra) राशि के स्वामी होते हैं। कन्या राशि में शुक्र नीच का और मीन राशि में उच्च का माना जाता है। इसे भौतिक सुख-सुविधाओं, सौंदर्य और वैभव का प्रतीक माना जाता है।

जब कोई भी व्यक्ति उच्चपद पर बैठ जाता है तो बात आती है उसके वैभव की, सुख की, विलसता की,ग्लैमर, एक अजीब सी कशिश अपने ओर खींचने की, सुंदरता महगे परफ्यूम, मोबाइल, कार, बड़े यान, सुंदर भवन, मॉडलिंग, कंप्यूटर, लैपटॉप,बहुत सारा धन, रत्न आभूषण, गहने,बड़े होटल, क्रूज़,मणिया आदि सब पर शुक्र का प्रभाव रहता है।

शुक्र से निम्नलिखित बातो का विचार किया जाता है – The following things are considered from Venus

श्वेत छत्र, चंवर, कपड़ा, विवाह, आय, स्त्री, ब्राह्मण, शुभ,सुंदर भार्या, मैथुन सुख, छोटा कद, खटाई, पुष्प, यश, यौवन, अहंकार, वाहन, चांदी, नमकीन, तिरछी नज़र, खुजलाना, पखवाड़ा, राजसी सुख, हीरा, यजुर्वेद, उच्च व्यापार, सुंदरता सबंधित वस्तुओ का क्रय विक्रय, प्रेम की बाते, जलीय स्थान, हाथी घोड़ा,विचित्र, कविता, नृत्य, युवावस्था, गीत भोग, प्रेम की बाते, जलीय स्थान, सफ़ेद हाथी, घोड़ा, कविताए, गीत, भोग, स्त्री सुख, रसिकता, तैराकी, नौकर, भाग्य, सौंदर्य, सुकुमारत, राज्य, माला, इत्र, माला, वीणा, बांसुरी, विनोद, सुंदर चाल, अष्ट,ऐश्वर्य, सुन्दर अंग, वसन्त ऋतु, भूषण, बहुत स्त्रियो का समूह, पूर्वाभिमुखता, नेत्र, सत्य वोलने वाला, कलाओं में निपुण, वीर्य, जल क्रीडा, गम्भीरता, गाना बनाना, नाटक की सजावट, काम क्रीडा, शरीर, काम क्रीडा मे मुख्य रूप से आसक्ति, सम्मान, प्रियता, अभिनेताओ के गुण, राज्य की मुद्रा, मालिक, पार्वती माँ, लक्ष्मी माँ की पूजा, मृदुलता, थकावट व कमजोरी, काव्य रचना मे निपुण, बालो को भिन्न भिन्न रंगों मे रंगना, गुप्तांग, नाग लोक मे घूमना, शान ओ शौकत, मुख माधुर्य, सौन्दर्य प्रसाधन, लिपिस्टिक का रंग, चूड़ियाँ,नेत्रों की शरारत आदि सभी बातो का विचार किया जाता है। शुक्र पीड़ित होने पर हमें वैवाहिक जीवन मे कष्ट,तेज़हीन हो जाना,गुप्त रोग,गुर्दे के रोग हो जाते है।

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शुक्र के लिए शुक्र के जाप करना, हीरा या ओपल (diamond or opal) धारण करना, इत्रो का प्रयोग लाभकारी रहता है।

कुछ प्रभावशाली Shukra Mantra

शुक्र गायत्री मंत्र: “ॐ भृगुराजाय विद्महे दिव्य देहाय धीमहि तन्नो शुक्र प्रचोदयात्”
शुक्र बीज मंत्र: ऊँ शुं शुक्राय नम:
तांत्रिक मंत्र: ऊँ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:
शुक्र देव के शतनाम: ॐ शुक्राय नमः  

Venus Gayatri Mantra: “Om Bhrigurajaya Vidmahe Divya Dehay Dhimahi Tanno Shukra Prachodayat”
Venus Seed Mantra: Om Shum Shukraya Namah
Shukra Mantra: Om Draan Draun Draun Sa: Shukraya Namah
Shukra Dev’s Shatnaam: Om Shukraya Namah

(एस्ट्रो सुमित विजयवर्गीय)

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