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Friday, November 22, 2024
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Importance of Sun in Astrology: व्यावसायिक सफलता में सूर्य की भूमिका, सूर्य से संबंधित महत्वपूर्ण वस्तुएं और कारक

Astro sumit vijayvergiy

।।सूर्य देव।। (Surya Dev In Astrology) 

नवग्रह की सूची मे सर्वप्रथम जो ग्रह आता है वो सूर्य ग्रह है। सूर्य सभी नवग्रहो (nine planets) के राजा है। सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी है। मेष में सूर्य उच्च के और तुला में नीच के होते है। व्यक्ति को तेजस्वी, यशस्वी, विशिष्ट सेलिब्रिटी बनाने मे सूर्य का विशेष योगदान रहता है। सूर्य देव सरकारी नौकरी के कारक है। आप किसी भी व्यावसाय मे हो लेकिन यदि आपका सूर्य कमज़ोर है शत्रुक्षेत्री है नीच काहै तो आप प्रतिष्ठित नहीं हो पाते है।

यदि आपका सूर्य उच्च का बली है मित्र क्षेत्री है किसी बुरे ग्रह से नहीं देखा जा रहा है तो निश्चित रूप से आप यशस्वी होंगे और अपने सूर्य के बलाबल के प्रभाव से नगर, ग्राम, जनपद, प्रदेश व देश विदेश मे ख्याति प्राप्त करेंगे।सूर्य आत्मा व आत्मबल का भी कारक है यह आपको बली होने पर आत्मबल प्रदान करता है।

सूर्य से निम्नलिखित बातो का भी विचार किया जाता है (The following things are also considered from the Sun and Saturn)

आत्मा, शक्ति, तीक्ष्णता, किला, बल, गर्मी, प्रभाव, अग्नि, शिवपूजा, धैर्य,कटीले पेड़, राज्य, राजा का आश्रय, कटुता, बुढ़ापा, पशु, दुष्टता, पिता, रूचि, आत्मसाक्षात्कार, आकाश की ओर देखना, उचाई पर बैठना, हड्डी, प्रताप, तिनका, तृण, उत्साह, आधे वर्ष का बीत जाना, वन मे भ्रमण, आँख, राजा, यात्रा, व्यवहार, पित्त, तपना, गोलाकार वस्तु, नेत्र की बीमारी, लकड़ी, मन की पवित्रता, सकल देश पर शासन, भूषण, सिर के रोग, आकाश का स्वामित्व, छोटा कद, पूर्व दिशा, ताम्बा, पत्थर, नदी का किनारा, दोपहर का बल, दीर्घकालीन क्रोध, शत्रु की पराजय, पकड़ जाना, सात्विक गुण लाल चन्दन, शत्रुता व मोटा शरीर। जो भी सूक्ष्म, पवित्र, मौलिक, आधारभूत, महानमूल्यवान तत्व जो भी है उन सब का कुंडली मे प्रतिनिधित्व सूर्य ही करता है। सूर्य ही व्यक्ति को नृप तुल्य बनाता है।

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कुंडली मे यदि सूर्य कमज़ोर हो तो सूर्य के जप, दान, आदित्यहृदय स्त्रोत, सूर्याष्टक, सूर्य गायत्रीमणिक्य रत्न धारण करने से लाभ रहता है।

Surya Dev का आशीर्वाद पाने के लिए आप इन मंत्रो का जाप कर सकते है। (To get the blessings of Surya Dev, you can chant these mantras.)

सूर्य देव वैदिक मंत्र: ।।ऊॅं सूं सूर्याय नमः।।
।।Sun God Vedic Mantra: Om Soo Surya Namah।।

।।ॐ घृणी सूर्याय नमः।।
।।Om Ghruni Surya Namah।।

सूर्य बीज मंत्र:  ।।ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।।
।।Surya Beej Mantra: Om Hram Hrim Hram Sah Surya Namah।।

सूर्य गायत्री मंत्र: ।।ॐ आदित्याय विद्महे प्रभाकराय धीमहि तन्नो सूर्य प्रचोदयात्।।
।।Surya Gayatri Mantra: Om Adityaya Vidmahe Prabhakaraya Dhimahi Tanno Surya Prachodayat।।

(Astro sumit vijayvergiy)

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