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Friday, November 22, 2024
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ग्रहों का रोगों पर प्रभाव: आपका चल रहा उपचार सफल भी हो सकता है

एस्ट्रो सुमित विजयवर्गीय

जन्मजन्मांतर कृतं पापं व्याधि रूपेण बाधते।
तच्छान्तिरौषधैनिर्जपहोम सुरार्चने:।
अर्थात:- पूर्व जन्म का पाप व्यक्ति को रोग का रूप धारण कर पीड़ित करता है जिसकी शांति, औषधि, दान, जप होम और ईश्वर की आराधना से होती है।
यह हम ग्रहो और नक्षत्रो के माध्यम से समझ सकते है कि हमारे रोग का कारण क्या है। दवाई तो अपना असर करती ही है लेकिन ग्रहो से यह जानकारी मिलती है कि रोग कहो हुआ और कब तक है तब उस ग्रह से सम्बंधित उपाय आदि करके हम लाभ प्राप्त कर सकते है।

ग्रह हमारे शरीर मे उत्पन्न होने वाले किन रोगों का कारण बनते है यह हमारे ऋषि मुनियो नें इस प्रकार बताया है।

सूर्य:- सीधी आँख मे रोग, उच्चज्वर, हृदय रोग, उदर रोग, चर्मरोग, हड्डी मे फ्रैक्चर, कुष्ठ, आंतरिक ज्वर, ब्रेन trouble.

चन्द्रमा:- हृदय एवं फेफड़ों के रोग, उल्टी आँख, नींद अधिक आना, अस्थमा, diarrhoea, रक्तअल्पता, रक्त मे विष, उल्टी, जल से सम्बंधित रोग, गुर्दे के रोग, डायबिटीज, मेंसट्रल डिसऑर्डर, जलोदर, appendicities, स्तन से सम्बंधित रोग, मेमोरी से सम्बंधित रोग।

मंगल:- गर्मी के रोग, विष से सम्बंधित रोग, घाव, खरोच, खाव का सड़ना, कुष्ठ, आँखों का लाल रहना, खुजली, blood infection, गर्दन के रोग, अकड़न, cervical spondlities, lower back pain, hip pain, tail bone pain, मज्जा से सम्बंधित सभी रोग, रक्तचाप, उर्जा मे कमी, femal organs, अस्थिभंग, फोडे -फुंसिया, tumour, cancer, piles, menstral disorder, अल्सर, पेचिस, उठने बैठने मे होने वाली दिक्क़त।

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इन ग्रहो से पीड़ा होने पर इनसे सम्बंधित जप दान अवश्य करते रहन चाहिए।

सूर्य:-
1. ॐ आदित्याय विदमहे प्रभाकराय धीमहितन्न: सूर्य प्रचोदयात् ।।
2. ॐ घृणि: सूर्यादित्योम, ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय: नम:

चन्द्रमा:-
1. ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:
2. ऊँ अमृतंग अन्गाये विधमहे कलारुपाय धीमहि, तन्नो सोम प्रचोदयात

मंगल:-
1. ऊँ अं अंगारकाय नम:
2. ॐ अंगारकाय विद्महे शक्ति हस्ताय धीमहि तन्नो भौमः प्रचोदयात्।

इसके साथ साथ

महा मृतुन्जय मन्त्र:-
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ

या अच्युत मन्त्र:- अच्युतानंद गोविंदा नामोच्चारण भेषजात् | नश्यन्ति सकलं रोगाः सत्यं सत्यं वदाम्यहम।।
का जप विशेष लाभकारी रहता है। क्रम जारी है…

Astro sumit vijayvergiy
Mob. 9910610461,7088840810

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