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Thursday, November 21, 2024
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जानिए सूर्य और चंद्र अन्य ग्रहो के साथ युति करके कौन कौनसे रोग देते है

एस्ट्रो सुमित विजयवर्गीय

कहीं आपकी चिंता का कारण रोग तो नहीं 

जन्मजन्मांतर कृतं पापं व्याधि रूपेण बाधते।
तच्छान्तिरौषधैनिर्जपहोम सुरार्चने:

अर्थात :-पूर्व जन्म का पाप व्यक्ति को रोग का रूप धारण कर पीड़ित करता है जिसकी शांति, औषधि, दान, जप होम और ईश्वर की आराधना से होती है। यह हम ग्रहो और नक्षत्रो के माध्यम से समझ सकते है कि हमारे रोग का कारण क्या है। दवाई तो अपना असर करती ही है लेकिन ग्रहो से यह जानकारी मिलती है कि रोग कहो हुआ और कब तक है तब उस ग्रह से सम्बंधित उपाय आदि करके हम लाभ प्राप्त कर सकते है।

ग्रह हमारे शरीर मे उत्पन्न होने वाले किन रोगों का कारण बनते है यह हमारे ऋषि मुनियो नें इस प्रकार बताया है। यह ग्रह अन्य ग्रह से युति करके, रोग भाव से सम्बन्ध करके या गोचर आदि के माध्यम से रोगों को उत्पन्न करते है।

सूर्य+चंद्र:-खसरा, चेचक, अपचन, गला बैठ जाना, पैरो मे जलन व जलोदर।

सूर्य +बुध:-विषम ज्वऱ, शरीर के निश्चित भाग़ मे जलन, scurvy, पैरो मे कमज़ोरी व दर्द, आंतो और गर्दन के रोग।

सूर्य+गुरु:-जांघो मे बहुत दर्द, fistula,hysteria, tuberculosis,pleurisy.

सूर्य +शुक्र:-घुटनो मे फुंसी व फोड़े, गले मे दिक्क़त, रक्त मे जलन, हाथ और कंधो मे दर्द, thinning of semen.

सूर्य+शनि:-घुटनो का निरंतर होने वाला दर्द, पथरी, रक्तविष, obstruction in urinary track.

चंद्र+मंगल:-गले मे जलन, nerves की गड़बड़ी से होने वाला सरदर्द, रक्तअल्पता,desease due to dreaming.

चंद्र+बुध:-rheumatism in legs or foot, moving pains, पैरो मे जलन।

चंद्र +गुरु:-पैरो मे घटता बढ़ता दर्द, भड़कन, पेट मे भारी पन।

चंद्र+शुक्र:-बैकपैन,leukorrhea,गले की नसो मेजकड़न,बहुमूत्र।

चंद्र+शनि:-कमर की कमजोरी से होने वाला दर्द, पथरी, गठिया, hysteria, चलने फिरने मे होने वाली दिक्कत,varicoseveins.

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सम्बंधित ग्रहो के जप दान से अवश्य लाभ मिलता है उन्हें करना चाहिए।

साथ साथ :-महा मृतुन्जय मन्त्र
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ

या अच्युत मन्त्र:- अच्युतानंद गोविंदा नामोच्चारण भेषजात् | नश्यन्ति सकलं रोगाः सत्यं सत्यं वदाम्यहम।।
का जप विशेष लाभकारी रहता है। क्रम जारी है….

Astro sumit vijayvergiy
Mob. 9910610461,7088840810

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