spot_img
Wednesday, December 18, 2024
-विज्ञापन-

More From Author

वक्री मंगल: मंगल चलेंगे उलटी चाल, देश दुनिया पर क्या पड़ेगा प्रभाव, जानें घटेंगी कौन कौनसी घटनाएँ

एस्ट्रो सुमित विजयवर्गीय

7dec 2024 se सुबह 5:01 am से मंगल ग्रह कर्क राशि मे वक्री होने जा रहे है जोकि 24 feb 2025 तक 80 दिनों के लिए वक्री रहेंगे। यह मंगल की नीच राशि है। मंगल की मेष व वृश्चिक निजी राशि है व मकर मंगल की उच्च राशि है। एवं मंगल पुष्य नक्षत्र मे है जिसका स्वामी शनि ग्रह है। शेयर बाजार के लोगो के लिए बहुत कष्टमय समय, सेना, पुलिस, सेना के रहने की जगह खतरे मे रहेंगी, पुलिस बल का प्रयोग करना पड़ेगा, होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, पुल सब खतरे मे रहेंगे। अग्निकांड होगा। भूकंप, भूस्खलन की सम्भवना रहेगी। खिलाडी, खेल के मैदान सब खतरे मे है। युद्ध जैसे हालत हो, मार काट मचे, घुसपैठ हो, सामूहिक हत्याए हो जाना भी संभव हो सकता है। युद्ध का वातावरण होगा। राजनीतिक विघ्न, राजद्रोह, भय एवं आतंक व्याप्त हो,विद्रोह, भीषण अग्निकांड एवं दमधुटने से मृत्यु सम्भव है। हौलैंड के कुछ भाग, स्कॉटलैंड, न्यूज़ीलैंड, पैरागुए, उत्तरी पश्चिमी अफ्रीका, मोरिशयश, न्यूयोर्क, अलजीयर्ष, वैनिस, मैनचेस्टर, एमस्टरडम, उत्तरीभारत के भाग, अफगानिस्तान, बांग्लादेश प्रभावित रहेंगे।

कर्क राशि मे गोचर करते हुए वक्री होने पर मंगल सभी अन्य राशियों को भी प्रभावित करेगा:

मेष: मानसिक परेशनी, रक्त की अनियमितता के कारण रोग, अपमान, दुर्घटना, वाहन दुर्घटना, किसी नुकीली चीज या धारदार चीज से हानि, शत्रुपीड़ा, घर मे अशांति, शध्यका शिकार हो जाना, कंफ्यूज रहना, अपच, पेटदर्द, धन और मान की हानि सम्भव रहेंगी।

ये भी पढ़े: भारतीय जनता पार्टी को बुध और गुरु ग्रह बना रहे है विशेष

वृष: बहुत अच्छे फलो की प्राप्ति, शादी, संतान लाभ, स्वास्थय मे सुधार, कृषि एवं भूमि से लाभ, नवीन वस्त्र एवं आभूषणो की प्राप्ति, शिक्षा मे बहुत बेहतर प्रदर्शन रहे, भाई बहिनों से लाभ व उनके लिए उत्थान का समय, साहस एवं आत्मबल मे वृद्धि, शरीर और चेहरे पर तेज, प्रभाव मे वृद्धि, घर मे सुख का माहौल सम्भव है।
मिथुन: धन एवं महत्वपूर्ण चीजों की हानि, स्वयं को खतरा,अपने वचनों के द्वारा अपमान, आँखों मे पीड़ा रोग, चेहरे के तेज का चले जाना, मानसिक कष्ट,पत्नी व बच्चों से झगडे, शत्रु एवं सरकार से पीडा, अकारण झगडे, सोना चांदी गहने आदि की चोरी एवं बहुत मानसिक पीड़ा सम्भव है।
कर्क: मानसिक तनाव व गाली गलौच, गुणों का प्रदर्शन न हो पाना, चोट लगना, आँखों मे जलन, पेट दर्द और गैस के कारण परेशनी,चेहरे का ग्लो चले जाना, मानसिक टार्चर, किसी नजदीकी रिश्तेदार नातेदार के कारण बहुत कष्ट, रक्तदोष, शरीर मे विष व्याप्त हो जाना, आग से खतरा, वाहन से खतरा, अनचाही चीजों पर धन का व्यय हो जाना, फोड़े फुंसीयों का हो जाना।
सिंह: अनचाहे खर्च, अपने घर, होम टाउन से दूर जाना पड़े, जॉब व व्यापार मे नुकसान, नए स्थान पर परेशनी, पत्नी से तकरार, दाह के कारण कष्ट, किसी आरोप अपराध मे फ़स जाना, जेल, बंधन, कारावास, तेज हथियारों से हानि, कट जाना, फ्रैक्चर, कही से गिर जाना, रपट जाना, लोन के कारण परेशनी का सामना कारना पड़े, आर्थिक तंगी, ऊर्जा का क्षय, नीद का ख़राब होना, संभव है।
कन्या: अधिक लाभ, बीमारी का ठीक हो जाना, जीवन मे उन्नति, धन का लाभ विभिन्न रास्तो से, आर्थिक उन्नति,नवीन वस्त्र एवं कपड़ो की प्राप्ति, आनंद के साधनों की वृद्धि, चारो ओर की सफलता, नवीन भवन एवं भूमि लाभ, कृषि से आय, यदि विवाह न हुआ हो तों हो जाए या बात चले, विदेश यात्रा, विदेश मे लाभ, स्टेटस मे वृद्धि, आरामदायक जीवन, सम्मान, पुरुस्कार की प्राप्ति,सोना -चांदी, धन की प्राप्ति,शरीर मे बल जैसे फल सम्भव है।
तुला: बहुत सारी बधाओ का सामाना करना पड़े, विभिन्न कारणों से स्वास्थय मे गिरावट रहे, शत्रुओ से टकराव हो, हमला हो जाए, बहुत महंगे गहने, सोना, चांदी आदि खोजाए या चुरा ली जाए, यदि मंगल अच्छा हो तों इसके विपरीत फल हो, विदेश गमन हो, वहाँ जाकर लाभ हो, झगड़ा अवश्य हो,शत्रु के कारण यश बढे सम्भव है।
वृश्चिक: नवीन वस्त्रो की प्राप्ति हो, आभूषणो की प्राप्ति हो, शादी हो जाए, संतान का जन्म हो, दूध और डेयरी प्रोडक्ट की बहुतायत हो, नवीन वाहन की प्राप्ति हो, यदि मंगल ख़राब हो तों मान सम्मान की हानि हो, शरीर मे कमजोरी हो, पिता और भाइयो को हानि हो, न चाहते हुए भी ट्रांसफर हो जाए, शरीर मे तेजधार वाली वस्तु से घाव हो जाए, शरीर का तेज चला जाए, कुरूपता उत्पन्न हो जाए, बहुत साथ परेशानिया सम्भव हो।
धनु: बहुत ही खराब परिणाम प्राप्त हो, बहुत सारी बधाए एवं हानि रहे, अपना जन्म स्थान व देश से भागना पड़े, जेल एवं कारावास का भय बना रहे,व्यापार मे बड़ी हानि हो, स्त्रियों को दुर्घटना हो, किसी षड़यंत्र मे फ़स जाना हो, पत्नी या प्रेमिका को बहुत कष्ट हो मुकदमे या न्यायलय के कारण कष्ट हो।
मकर: आय मे कमी हो, गरीबी हो जाए, पाई पाई के लिए मोहताज होना पड़े, खाने के भी लाले हो जाए, पत्नी से झगड़ा हो, पत्नी को कष्ट हो, रोग हो, अपने मित्र भाई बहिनों से झगड़ा हो सम्बन्ध ख़राब हों जाए, हाथो पर जोड़ो मे दर्द हो, पार्टनरशिप मे नुकसान रहे, यदि मारक दशा चल रहीं हो जीवन को हानि हो सम्भव है।
कुम्भ: बहुत लाभ रहे, बहुत सारे सोर्सस से लाभ रहे, घर मे सम्पन्नता रहे, घर मे प्रसन्नता रहे, शत्रुओ पर विजय हो जाए, घर मे शादी व अन्य आयोजन हो, सभी प्रकार के ऋण समाप्त हो जाए, बहुत प्रचंड रोग एवं समस्याओ से मुक्ति मिल जाए,सामाजिक स्तर मे उन्नति संभव है।
मीन: बहुत सारे मार्गो से परेशनी हो, जीवन को खतरा रहे, दिमाग़ दुविधा मे रहे, झगडे बहुत जल्दी हो, गुस्सा जल्दी आए, सारे प्रोजेक्ट गड़बड़ा जाए, संतान को कष्ट हो, हानि हो, संतान की चिंता बनी रहे, गलत संगत मे रहना हो, बदनामी हो, आत्म सम्मान नष्ट हो जाए, संचित धन मे हानि हो, समय से खाना न मिले, शत्रु, सरकार, न्यायालय, एवं पुलिस से हानि रहे।

मंगल के बुरे फल से बचने के लिए निम्न उपाय करने चाहिए

1-सुन्दर कांड का पाठ
2-हनुमान जी की पूजा
3-मंगल से सम्बंधित वस्तुओ के दान
मंगल के गोचर पर विचार करते समय अष्टकवर्ग पर अवश्य विचार कर ले।

Astro sumit vijayvergiy
Mob-9910610461, 7088840810

ये भी पढ़े: रोगों पर ग्रहों का प्रभाव: शनि, राहु और केतु ग्रहों के प्रभाव और स्वास्थ्य के लिए ज्योतिषीय उपाय

Latest Posts

-विज्ञापन-

Latest Posts