Delhi Meerut ExpressWay: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India) के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया है कि अब दोपहिया और तिपहिया वाहनों को देश के पहले 14 लेन दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अब दोपहिया व तिपहिया वाहनों के चालकों को किसी भी कीमत पर छूट नहीं दली जाएगी। वह टोल पर भी वह रोकने के बाद निकल जाते हैं। इंटेलीजेंस सिस्टम काम करेगा। वाहनों पर भारी जुर्माना लगाते हुए अभियान शुरू करेंगे।
अरविंद कुमार ने बताया कि पिछले कई महीनों से दोपहिया वाहन के कारण हादसों की संख्या बढ़ी है और इस मामले में अब परिवहन मंत्रालय ने भी संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए एनएचएआई ने सख्त रूख अपनाते हुए एक कार्ययोजना की भी तैयारी कर ली है। बकौल अरविंद कुमार, वाहनों की नंबर प्लेट सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पुलिस को सौंपी जाएगी। इसके बाद घर पर चालान पहुंचेगा।
उलंघन करने पर 5000 रुपए का जुर्माना
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के मुताबिक, यदि कोई नियमों का उलंघन करता पाया गया तो संबंधि के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यही, नहीं 5000 रुपए का जुर्माना भी वाहन चालक को भरना होगा। डिजिटली तरीके से हुआ चालान वाहन चालकों के घर पहुंच जाएगा। आपको बता दे कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चार पहिया या उससे अधिक वाहनों के चलने की अनुमति है। इसमें हल्के वाहन की गति 100 किमी प्रतिघंटा और भारी वाहन 80 किमी प्रतिघंटा तय है। इस मामले में भी लगातार वाहनों की गति को सीसीटीवी कैमरे से पढ़कर समीक्षा की जाती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अगले एक हफ्ते में कमिश्नर सुरेेंद्र सिंह के निर्देश पर इस मामले में बड़ा अभियान चलाया जाएगा। एनएचएआई भारी संख्या में दोपहिया और तिपहिया वाहनों की नंबर प्लेट पुलिस को सौंपेगा। जिसके बात नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ जुर्माने के साथ अन्य कार्रवाई भी की जाएगी।
Also Read: फिर धमाल मचाने को तैयार Royal Enfield, 2 पावरफुल माॅडल करेगा लाॅन्च; होंगे शानदार फीचर्स