Cruise Control System: क्रूज़ कंट्रोल फ़ीचर कारों में एक ज़रूरी फ़ीचर है जो लंबी ड्राइव को आरामदायक और सुरक्षित बना सकता है। हालांकि, सस्ती कारों में यह फ़ीचर नहीं दिया जाता। ऐसे में आज हम आपको यहीं बताने जा रहे हैं कि एंट्री लेवल कारों में इसे आफ्टरमार्केट एक्सेसरी के तौर पर इंस्टॉल करना संभव है या फिर नहीं, तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी।
1. क्या है क्रूज़ कंट्रोल सिस्टम?
यह एक ऐसा फ़ीचर है जो लगातार एक्सीलेटर दबाए बिना वाहन को एक निश्चित गति से चलाने की अनुमति देता है। इससे लंबी दूरी की ड्राइविंग आरामदायक और ईंधन-कुशल हो जाती है।
2. क्या इसे बाहर से किया जाता है इंस्टॉल?
हां, यह संभव है बाज़ार में आफ्टरमार्केट क्रूज़ कंट्रोल सिस्टम उपलब्ध हैं जिन्हें आपके वाहन में इंस्टॉल किया जा सकता है। लेकिन यह इस पर निर्भर करता है: आपका वाहन मॉडल और मैकेनिकल सिस्टम हो वाहन में इलेक्ट्रॉनिक थ्रॉटल कंट्रोल (ETC) है या नहीं।
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3. कैसे किया जाता है इंस्टॉलेशन?
आफ्टरमार्केट किट में वायरिंग हार्नेस, स्विच और कभी-कभी मॉड्यूल भी शामिल होते हैं। यह सिस्टम एक्सीलेटर और थ्रॉटल से जुड़ा होता है. आधुनिक कारों में इसे ECU (इंजन कंट्रोल यूनिट) के साथ प्रोग्राम किया जाता है।
4. लाभ:
लंबी दूरी तक गाड़ी चलाने में सुविधा, ईंधन की बचत, गति को नियंत्रित करने में मदद (जैसे राजमार्गों पर)।
5. जोखिम
यदि गलत तरीके से स्थापित किया गया है, तो क्रूज़ कंट्रोल काम नहीं करेगा या आप वाहन पर नियंत्रण खो सकते हैं। यदि आपकी कार पर कंपनी की वारंटी है, तो आफ्टरमार्केट इंस्टॉलेशन इसे रद्द कर सकता है। किट और इंस्टॉलेशन की लागत ₹10,000 से ₹50,000 तक हो सकती है। स्थानीय इंस्टॉलेशन के बाद, तकनीकी समस्याओं के मामले में उचित सहायता प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है।
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