Sodium-ion Battery Electric Car: भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में भी इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड बढ़ती जा रही है, लेकिन इनकी कीमत ज्यादा होने के कारण ग्राहक ज्यादातर इलेक्ट्रिक वाहनों को कम खरीद रहे हैं। दरसअल इलेक्ट्रिक वाहनों के महंगे होने का सबसे बड़ा कारण इनकी बैटरी में होता है। अभी तक इलेक्ट्रिक वाहनों में कंपनियां लीथियम आयन बैटरी का का यूज कर रही है, लेकिन जल्द ही यह बैटरी बदलने वाली है। चीन की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी जेएएसी (JAC) ने दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक कार पेश की है, जिसमें एक सस्ती सोडियम-आयन बैटरी (Sodium-ion Battery) पैक दिया गया है। इलेक्ट्रिक वाहनों में इस तरह की बैटरी के उपयोग से भविष्य में इनकी कीमत 10 प्रतिशत तक कम हो जाती है।
सस्ते कच्चे माल का होता है उपयोग
सोडियम-आयन बैटरी (Sodium-ion Battery) में सस्ते कच्चे माल का यूज होता है और इलेक्ट्रिक वाहनों की निर्माता कंपनियों को मौजूदा तकनीकों का ऑप्शन देती है, जो मुख्य कंटेंट के रूप में लिथियम और कोबाल्ट पर निर्भर करती हैं। साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग स्थित स्टार्टअप हिना बैटरी टेक्नोलॉजीज द्वारा सोडियम-आयन बैटरी को डेवलप किया गया है।
25 किलोवाट घंटे की लगी है बैटरी
हिना ने एक बयान में कहा कि जेएसी ईवी में 25 किलोवाट घंटे (KWH) की बैटरी दी गयी है, जो एक बार फुल चार्ज होने पर 250 किमी तक की रेंज ऑफर करती है। कंपनी ने कहा, “पिछले साल लिथियम कार्बोनेट की कीमतों में हुए इजाफे ने कई बैटरी निर्माताओं और ग्राहकों को बढ़ती लागत के दबाव का सामना करना पड़ा।” “इसलिए बेहतर लागत-प्रदर्शन, हाई सेफ्टी के साथ-साथ शानदार साइकिल परफॉर्मेंस की पेशकश करने वाली सोडियम-आयन बैटरी, लिथियम-आयन बैटरी के ऑप्शन के रूप में सबसे शानदार हैं।”
20 लाख ईवी बेचने की है योजना
आपको बता दें, सोडियम-आयन बैटरी (Sodium-ion Battery) की डेंसिटी लिथियम-आयन समकक्षों की अपेक्षा कम होती है। इन बैटरियों में लो-टेंपरेचर परफॉर्मेंस और चार्जिग स्पीड जैसे लाभ शामिल हैं। चीनी इलेक्ट्रिक कार निर्माता बीवाईडी विदेशों में परिचालन का विस्तार कर रही है। इलेक्ट्रिक कार निर्माता बीवाईडी (BYD) 40 से अधिक देशों में संचालित है और इस साल कंपनी ने लगभग 20 लाख ईवी बेचने की योजना बनाई है। इसमें जापान और दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप के देश शामिल हैं। वहीं, दिसंबर 2021 में बीवाईडी ऑटो वैश्विक बाजार में सबसे आगे रहा, जिसने 5,37,000 से अधिक ईवी यूनिट्स की बिक्री की है और 197 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि की है