नई दिल्ली: भारत में कईं प्रतिष्ठित कंपनियों के इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में आग लगने के मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने सख्त ऐक्शन लिया है। इस मामले पर यूनियन मिनिस्टर नितिन गडकरी ने बताया कि ट्रांसपोर्ट और हाइवेज मिनिस्ट्री ने दो इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता कंपनियों को नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा इन कंपनियों के स्कूटर में आग लगने के मामले सामने आए थे और इन कंपनियों के CEO और MD को मंत्रालय की तरफ से नोटिस भेजा गया है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, “कंपनी के CEO और MD के जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मंत्रालय ने इ कंपनियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी कर यह पूछा था कि उनके खिलाफ एक्शन क्यों न लिया जाए। स्कूटर्स में फॉल्टी बैटरीज के चलते आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।”
मंत्रालय ने कंपनियों के CEO और MD को कारण बताओ नोटिस जारी किया है
लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में गडकरी ने कहा कि मंत्रालय इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी के लिए सुरक्षा मानक तैयार करने के लिए एक्सपर्ट्स की एक कमेटी का गठन किया गया है। गडकरी ने कहा, “मंत्रालय ने कंपनियों के CEO और MD को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और पूछा गया है कि मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत उन पर उचित कार्रवाई क्यों ना की जाए। आगे की कार्रवाई उनके जवाब देने के बाद की जाएगी।”
लिथियम-आयन बैटरी की कीमत तेजी से कम हो रही है: नितिन गडकरी
साथ ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बैटरी की कीमत पर बात करते हुए कहा, “लिथियम-आयन बैटरी की कीमत तेजी से कम हो रही है और इसके लिए जिंक-आयन, एल्यूमीनियम- आयन, सोडियम-आयन बैटरी को विकसित किया जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा, “वह दिन दूर नहीं जब इलेक्ट्रिक स्कूटर, कार, ऑटो रिक्शा की कीमत पेट्रोल से चलने वाले स्कूटर, कार, ऑटो रिक्शा के बराबर होगी।” गडकरी ने देश के सांसदों से हाइड्रोजन टेक्निक अपनाने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, “अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र में सीवेज के पानी से हरित हाइड्रोजन बनाने की पहल करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि हाइड्रोजन जल्द सबसे सस्ता ईंधन विकल्प होगा।”
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