Mercedes-Benz Silver Arrow 300 SLR: आधुनिकता के इस युग में कारों की श्रेणी में इतना विकास हुआ है जिसकी जितनी कल्पना की जाए कम है। आज ग्लोबल स्तर पर वाहन मार्केट में एक से बढ़कर एक शानदार व महंगी से महंगी गाड़ियां लाॅन्च की जा रही है। लग्जरी कारों से लेकर मिडिल कीमत तक की कारों को तो आपने देखा ही होगा लेकिन आज हम आपको एक ऐसी गाड़ी के बार में बताएंगे जिसे दुनिया की सबसे महंगी गाड़ी कहा जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस गाड़ी का नाम है मर्सिडीज बेंज 300 एसएलआर (Mercedes-Benz Silver Arrow 300 SLR) और इसकी कीमत भी कीमत 1100 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
जर्मनी में हुई कार की नीलामी
हाल ही में इस गाड़ी को दुनिया की सबसे महंगी गाड़ी की लिस्ट में पहले नंबर पर शामिल किया गया है। आपको बता दे कि इससे पहले फेरारी 250 जीटीओ के नाम विश्व की सबसे महंगी कार होने का दर्जा दिया गया था और इसे तकरीबन 542 करोड़ में बेचा गया था। जर्मनी देश के स्टटगार्ट में मर्सिडीज बेंज संग्रहालय में इस महंगी कार की नीलामी की गई है जिसमें कई अरबपति शामिल हुए। इस दौरान इसकी नीलामी में कार ने वो रिकाॅर्ड तोड़ा जिसने फेरारी 250 जीटीओ समेत कई महंगी गाड़ियों को पीछे छोड़ दिया।
कब बनाई गई थी कार
कई अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है सन 1950 के आसपास मर्सिडीज बेंज 300 एसएलआर (Mercedes-Benz Silver Arrow 300 SLR) के मात्र दो ही माॅडल को लाॅन्च किया गया था। यह कार उस समय की सबसे तेज़ रफ्तार वाली कार थी और इसके बाद कंपनी ने इसे 1955 में बनाना बंद कर दिया था।
चालक समेत 83 लोगों की जान ले चुकी है यह कार
बताया तो ये भी जाता है कि इस रेसिंग कार ने चालक समेत 83 को मौत की नींद सुला दिया था। एक अंर्तराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सन 1954 में इस तेज रफ्तार कार ने 12 रेसों में से 9 में जीत हासिल कर सभी को हैरान कर दिया था और फिर 1955 में जब इसे ले मैन्स रेस में रेसिंग ट्रैक पर दौड़ाया गया तो एक दुर्घटना में इसके चालक समेत 83 दर्शकों की मौत हो गई थी जिसके बाद कंपनी ने इसे हमेशा के लिए बनाना ही बंद कर दिया।