Vande Metro: देश में रैपिड रेल (Rapid Rail) की परियोजना को विकसित करने के बाद देश की मोदी सरकार ने एक ओर सेमी-हाई-स्पीड मेट्रो की घोषणा की है जोकि यात्रियों के सफर की दूरी को कम से कम समय में पूरा कर सकेगी। भारतीय रेल मंत्रालय ने बीते कईं सालों में रेल परियोजनाओं में बड़ा बदलाव किया जिनमें अंडरवाटर मेट्रो, रेल पुल का निर्माण और नई वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) का शुभारंभ समेत बड़े परिवर्तन किए है। इसी के मद्देनज़र रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने अपना एक बयान जारी करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार दिसंबर 2023 तक बहुप्रतीक्षित वंदे मेट्रो (Vande Metro) को शुरू करने की योजना पर काम कर रही है।
वंदे मेट्रो का किराया होगा सस्ता व हाई फ्रीक्वेंसी पर चलेगी
एएनआई को दिए अपने एक साक्षात्कार में रेल मंत्री ने बताया है कि वंदे मेट्रो का निर्माण इसी अवधारणा को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है जिसका किराया एक आम इंसान के बजट में आए और यह सस्ती होने के साथ-साथ हाई फ्रीक्वेंसी पर दौड़ने वाली मेट्रो होगी। उन्होंने कहा, “वंदे भारत एक्सप्रेस को जिस तरह सराहा जा रही है उसी को ध्यान में रखते हुए वंदे मेट्रो चलाने की योजना की पर विचार किया गया है।” वैष्णव ने कहा कि वंदे मेट्रो लोकल ट्रेनों में भीड़ कम करने में भी मदद करेगी।
जानिए इस मेट्रो का रूट और फ्रीक्वेंसी क्या होगी?
अपने इंटरव्यु में रेल मंत्री वैष्णव ने दावा किया है कि करीब 100 किलोमीटर से कम दूरी और बड़े शहरों में वंदे मेट्रो एक दिन में 4 से 5 बार चलेगी। वहीं, बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश व बिहार के कई ज़िलों में जिनकी दूरी 90 किलोमीटर के आसपास होगी वहां इस मेट्रो को जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही बिहार के पटना और दरभंगा जो कि करीब 140 किलोमीटर की दूरी पर वहां पर यह मेट्रो हाई-स्पीड ट्रेन को चलाने के लिए उपयुक्त मानी जाती है। इसकी टॉप स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी