kickstart: भारत में इन दिनों स्वदेशी कंपनियों से लेकर विदेशी कंपनियां तक अपनी नई इलेक्ट्रिक बाइकों (Electric bikes) को लॉन्च करने में लगी हुई है और आने वाले कुछ समय में हम अपनी बाइकों में और अधिक बदलाव देख सकते हैं। लेटेस्ट व एडवांस फीचर्स से लैस Bajaj Pulsar, Royal Enfield, Yamaha’s R15, hero समेत कई बाइकों को अब इलेक्ट्रिक मॉडल्स में लॉन्च किया जा रहा है ऐसे में अब इन बाइकों में किक देखने को नहीं मिलता और यह सिर्फ सेल्फ स्टार्ट से चलती है। आजकल आने वाली लगभग सभी बाइकों में सेल्फ स्टार्ट यानी इलेक्ट्रिक स्टार्ट (Electric start) का सिस्टम मिल रहा है और जरूरत पड़ने पर किक से भी स्टार्ट कर सकते हैं। मगर समय के बदलाव के साथ-साथ अब कई प्रीमियम बाइकों में किक आना लगभग बंद ही हो गया है।
जानिए अब क्यों बाइकों में किक नहीं आती है?
मार्केट में लॉन्च होने वाली आजकल की प्रीमियम बाइकों में किक का सिस्टम खत्म कर दिया गया है। पहले वाली बाइकों में सेल्फ स्टार्ट सिस्टम जल्दी बेकार हो जाता था जिसके चलते सभी कंपनियों ने इस पर काम किया है। ये ही कारण है कि आज की बाइकों में किक स्टार्ट समाप्त होने जा रहा है। वहीं, आपको बता दें कि आजकल की बाइक में फ्यूल इंजेक्टर का सिस्टम आ गया है जिससे टैंक से इंजन तक फ्यूल पहुंचाने के लिए एक मोटर को फीट किया गया है जो सीधा बैटरी से मिलने वाली लाइट से चलता है। इस स्थिति में अगर बाइक की बैटरी डाउन हो जाएगी तो फ्यूल भी इंजन तक नहीं पहुंच पाएगा।
किक से कैसे स्टार्ट होती है आपकी बाइक?
भारत में अगर बाइक में किक ना हो तो ग्राहक उसे बाइक ही नहीं मानते थे लेकिन ग्राहकों के लिए यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए कंपनियों ने अपनी बाइकों में सेल्फ स्टार्ट का विकल्प दिया और इसे अधिक पसंद किया जाने लगा। वहीं, जान लेते हैं कि आखिर किक से कैसे स्टार्ट होती थी बाइक? दरअसल, इंजन तक फ्यूल पहुंचाने का काम पूरी तरह से मैकेनिकली होता था और यदि कोई भी किक से बाइक स्टार्ट करता था तो स्पार्क और क्रैंप की मदद से इंजन स्टार्ट होता था और प्रेशर जरिए कार्बोरेटर की मदद इंजन तक पेट्रोल पहुंच जाता था। ऐसे में आपकी बाइक एक किक मारते ही स्टार्ट हो जाती थी।