अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भारत दौरे पर पहुंच गए हैं। दोनों देशों के बीच 5वीं बार ये वार्ता हो रही है। भारत और अमेरिका के बीच 2+2 वार्ता के लिए दोनों भारत आए हैं। विदेश मंत्री ब्लिंकन ने यहां भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। नई दिल्ली में दोनों देशों के मंत्रियों के बीच 2+2 बैठक जारी है।
- विज्ञापन -My opening remarks at the 5th India-US 2+2 Ministerial Dialogue pic.twitter.com/rKmiWdPddu
— Dr. S. Jaishankar (Modi Ka Parivar) (@DrSJaishankar) November 10, 2023
नई दिल्ली में बैठक शुरू
इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि भारत एक वैश्विक शक्ति के तौर पर उभरने वाला देश है। अमेरिका शांत और समृद्ध इंडो-पैसेफिक के लिए भारत का समर्थन करता है। वहीं भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि ब्लिंकन के दौरे से भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा।
2018 से शुरू हुई ये वार्ता
ये 2+2 वार्ता 5वीं बार है, जो साल 2018 में डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन से शुरू हुई थी। उस समय भारत और अमेरिका ने गहरे सैन्य सहयोग के लिए “बुनियादी समझौते” किए थे। इससे पहले कल यानी गुरुवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन बैठक के लिए दिल्ली पहुंचे थे। 2+2 डायलॉग की शुरुआत 2018 में हुई थी। इसका लक्ष्य भारत-अमेरिका के बीच इंडो-पैसेफिक में रक्षा सहयोग बढ़ाना है।
इन विषयों पर होगी चर्चा
एक भारतीय अधिकारी ने बताया कि बैठक के दौरान चीन और इंडो-पैसेफिक पर सबसे ज्यादा फोकस रहेगा। इसके अलावा रक्षा इक्विपमेंट को साथ मिलकर बनाने पर भी चर्चा होगी। अमेरिका से भारत को फाइटर जेट्स के इंजन और MQ-9 ड्रोन्स सप्लाई करने को लेकर भी बात होगी। इसके साथ ही भारत में फाइटर जेट्स के इंजन और सेमीकंडक्टर बनाने जैसे मुद्दे भी चर्चा का विषय रहेंगे।
Glad to receive my friend and @SecDef Austin at Palam, New Delhi. Looking forward to fruitful deliberations during 2 Plus 2 Ministerial Dialogue and the bilateral meeting to be held tomorrow. pic.twitter.com/NUvgxUtIGC
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) November 9, 2023
रक्षा मंत्री ने कही बड़ी बातें
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत और अमेरिका की दोस्ती मजबूत हो रही है। हमारी साझेदारी स्थिर और नियमों से चलने वाले इंडो-पैसेफिक क्षेत्र के लिए बेहद जरूरी है। 2+2 बैठक में हम क्रॉस-कटिंग, रक्षा संबंधों और टेक्नोलॉजी एंड सप्लाई चेन कोलैबोरेशन पर बैठक करेंगे। दोनों देशों के बीच ट्रेड 200 अरब डॉलर से ज्यादा है।