Bhopal : राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव को एक बाल गृह के संबंध में पत्र लिखा है जो कथित तौर पर अपंजीकृत है और यहां से 26 लड़कियां कथित तौर पर लापता पाई गईं थीं।
भोपाल (Bhopal Girls Missing) में एक बाल गृह (Children’s home) से एक बालक और 26 बच्चियां गायब हो गईं। परवलिया पुलिस ने हॉस्टल संचालक और पदाधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। वहीं, राष्ट्रीय बाल आयोग ने संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव वीरा राणा से सात दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है।
National Commission for the Protection of Child Rights (NCPCR) chief Priyank Kanoongo writes to the Madhya Pradesh Chief Secretary regarding a children's home that is allegedly unregistered and where 26 girls were reportedly found missing. pic.twitter.com/7ZkggbAnsV
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) January 6, 2024
आपको बता दें कि भोपाल के परवलिया सड़क पुलिस स्टेशन में किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम (Juvenile Justice Act), 2015 की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें बाल गृह के प्रबंधक अनिल मैथ्यू को आरोपी बनाया गया।
एफआईआर में कहा गया है कि घर में पंजीकृत 68 लड़कियों में से 6-18 साल की उम्र के बीच की करीब 26 लड़कियां लापता पाई गईं हैं। एफआईआर में यह भी कहा गया है कि यह बाल गृह किशोर न्याय अधिनियम, 2015 के अनुसार नहीं चलाया जा रहा था और अपंजीकृत था।