Parliament Winter Session 2023 : संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को भी सांसदों के खिलाफ एक्शन जारी रहा। बता दें कि संसद की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में 45 विपक्षी सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी निलंबन की कार्रवाई जारी रही। निलंबित सभी सांसद शेष बचे हुए सत्र में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
बता दें कि निलंबित सांसदों में कांग्रेस के जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल सहित कई वरिष्ठ राज्यसभा सांसद शामिल हैं। इससे पहले लोकसभा से 33 सांसदों को निलंबित किया गया है। इनमें कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, सौगत रॉय समेत 33 सदस्य शामिल हैं। बता दें कि इस कार्रवाई में अब तक लोकसभा और राज्यसभा के 92 सांसद निलंबित हो चुके हैं।
इन सांसदों को किया गया निलंबित
राज्यसभा से निलंबित सांसदों में प्रमोद तिवारी, जयराम रमेश, डॉ. अमी याग्निक, नारणभाई जे. राठवा, सैयद नासिर हुसैन, फूलो देवी नेताम, शक्ति सिंह गोहिल, के.सी.वेणुगोपाल, रजनी अशोकराव पाटिल, रंजीता रंजन, इमरान प्रतापगढ़ी, रणदीप सिंह सुरजेवाला, सुखेन्दु शेखर रे, मोहम्मद नदीमुल हक शामिल हैं।
इसके अलावा अबीर रंजन विश्वास, डॉ. शांतनु सेन, मौसम नूर, प्रकाश चिक बड़ाइक, समीरुल इस्लाम, एम. शनमुगम, एन.आर.एलंगो, डॉ. कनिमोझी एनवीएन सोमू, आर. गिरिराजन, प्रो. मनोज कुमार झा, डॉ. फैयाज अहमद, वी. सिवादासन, रामनाथ ठाकुर, अनिल प्रसाद हेगड़े, वन्दना चव्हाण, प्रो. रामगोपाल यादव, जावेद अली खान, महुआ माजी, जोस के. मणि और अजित कुमार भुइयां को निलंबित किया गया है।
11 सांसदों का मामला विशेषाधिकार समिति के पास भेजा
वहीं, आचरण से संबंधित मामले में राज्यसभा में 11 विपक्षी सांसदों को विशेषाधिकार समिति के पास भेजा गया है। समिति की रिपोर्ट आने तक सभी निलंबित रहेंगे।
बता दें कि इससे पहले संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सदन में हंगामा करने वाले 14 सांसदों पर कार्रवाई हुई थी। इनमें से 13 लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद को निलंबित किया गया था।