संसद के शीतकालीन सत्र का आगाज धमाकेदार होने वाला है। शीतकालीन सत्र आगामी 4 दिसंबर से शुरू होगा। इससे पहले केंद्र सरकार ने आज कहा है कि वो संसद के शीतकालीन सत्र में सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। सरकार ने विपक्ष से रचनात्मक चर्चा करने को कहा है।
सर्वदलीय बैठक में 23 पार्टी के नेता हुए शामिल
लोकसभा में उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज सर्वदलीय बैठक हुई है। इस बैठक में 23 पार्टियों के 30 लोग शामिल हुए। सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस नेता जयराम रमेश, गौरव गोगोई, प्रमोद तिवारी, तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय, एनसीपी नेता फौजिया खान और आरएसपी नेता एन के प्रेमचंद्रन सहित अन्य नेता शामिल हुए थे।
4 दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होगा। कुल 15 बैठकें होंगी। हमनें आज सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। बैठक में 23 पार्टियां और 30 नेता शामिल हुए। शून्यकाल नियमित रूप से होता रहा है। हमनें अनुरोध किया कि रचनात्मक बहस के लिए अच्छा माहौल बनाए रखा जाना चाहिए। चर्चा नियमों और प्रक्रियाओं… pic.twitter.com/5EAegj32ge
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) December 2, 2023
4 दिसंबर को शुरू होगा संसद का शीतकालीन सत्र
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार रचनात्मक चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि हमने विपक्ष से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित होने देने का अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि इस सत्र में 19 विधेयक और दो वित्तीय विषय विचाराधीन है। उन्होंने बताया कि संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलेगा। इन 19 दिनों में 15 बैठकें होंगी। .
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
यूपी की पूर्व सीएम और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने जातिगत जनगणना कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का इस बारे में सकारात्मक कदम उठाना जरूरी है। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि विपक्ष ने कई मुद्दों पर चिंता जताई है। इसमें चीन का हमारी जमीन हड़पना, मणिपुर में अशांति, महंगाई, प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई का दुरुपयोग शामिल है।
1. संसद के आगामी 4 दिसम्बर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र से पहले आज सर्वदलीय बैठक में बीएसपी द्वारा सरकार से देश में जातीय जनगणना कराए जाने की माँग पुनः की गयी। अब जबकि इसकी माँग देश के कोने-कोने से उठ रही है, केन्द्र सरकार द्वारा इस बारे में अविलम्ब सकारात्मक कदम उठाना जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) December 2, 2023
इन विधेयकों पर सरकार करेगी चर्चा
बता दें कि इस शीतकालीन सत्र के दौरान कई विधेयकों पर चर्चा की जा सकती है। इनमें ब्रिटिश कालीन तीन अपराध कानून, जिसमें भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और साक्ष्य अधिनियम को बदलने के लिए लाए गए विधेयक भी शामिल हैं। साथ ही मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति से संबंधित एक अन्य महत्वपूर्ण विधेयक भी संसद में लंबित है।
इसके अलावा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश वाली रिपोर्ट सदन में पेश की जाएगी। संसद सत्र के अंजाम से पता चलेगा कि 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी क्या प्लान कर रही है।