अर्जेंटीना अब ब्रिक्स में शामिल नहीं होगा। अर्जेंटीना के नए राष्ट्रपति जेवियर मिलेई ने इस संगठन में शामिल होने से मना कर दिया है। उन्होंने नए सदस्य देशों की सूची से अर्जेंटीना का नाम हटा लिया है। उन्होंने भारत सहित दूसरे ब्रिक्स लीडर्स को लेटर लिखा।
- विज्ञापन -JUST IN: 🇦🇷 Argentina President Javier Milei formally rejects BRICS membership. pic.twitter.com/jfwTapbfpq
— BRICS News (@BRICSinfo) December 29, 2023
ब्रिक्स में शामिल नहीं होगा अर्जेंटीना
राष्ट्रपति मिलेई ने कहा कि अर्जेंटीना के लिए फिलहाल ब्रिक्स का सदस्य बनना सही नहीं है, लेकिन हम ट्रेड और इनवेस्टमेंट फ्लो बढ़ाने के लिए इस संगठन के साथ द्विपक्षीय संबंध बनाए रखना चाहते हैं। 1 जनवरी को 6 नए देश आधिकारिक तौर पर ब्रिक्स के सदस्य बनने वाले थे। इनमें मिस्र, ईरान, इथियोपिया, सऊदी अरब, यूएई और अर्जेंटीना का नाम शामिल किया गया था।
नए राष्ट्रपति ने किया ऐलान
मिलेई ने कहा कि पिछली सरकार ने जो फैसला किया था, हमने उसे बदल दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की विदेश नीति कई मामलों में पिछली सरकार से अलग है। अर्जेंटीना में नवंबर में राष्ट्रपति पद के चुनाव हुए थे। इसमें दक्षिणपंथी नेता जेवियर मिलेई ने जीत हासिल की। उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति और वामपंथी नेता सर्जियो मासा को चुनाव में हराया था।
चीनी सरकार को बताया था हत्यारा
बता दें कि इसी साल अगस्त में हुई ब्रिक्स समिट में अर्जेंटीना ने संगठन का सदस्य बनने के लिए आवेदन किया था। इसमें उन्हें चीन का पूरा समर्थन मिला था। नए राष्ट्रपति मिलेई चीन विरोधी हैं। राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार के समय उन्होंने चीनी सरकार को हत्यारा कहा था। इसके साथ ही उन्होंने कभी भी कम्युनिस्ट के साथ काम न करने का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि हम अमेरिका और इजराइल के साथ हैं।