बिहार की सियासत में कब क्या होगा? बड़े बड़े राजनीतिक पंडित भी बिहार के राजनीति की भविष्यवाणी नहीं कर पाते। बिहार में 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है। इससे पहले 11 फरवरी को जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है। इसी बीच राजद ने अपने विधायकों को बैठक के लिए बुलाकर तेजस्वी यादव के आवास पर रोका है। 3 घंटे तक आरजेडी की बैठक चली। इसके बाद विधायकों को तेजस्वी के पांच देश रत्न मार्ग स्थित आवास पर ही रोक लिया गया। RJD समेत लेफ्ट के सभी विधायक तेजस्वी के आवास पर दो दिन एक साथ रहेंगे। तेजस्वी के आवास पर रुकने की सारी व्यवस्था की गई।
बिहार में नई सरकार के गठन ने बाद 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है। इससे पहले 11 फरवरी को जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है। इसमें जेडीयू के विधायकों को अनिवार्य रूप से शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं। इसी बीच आरजेडी ने अपने विधायकों को बैठक के लिए बुलाकर तेजस्वी यादव के आवास पर रोका है।
कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद भेजा
3 घंटे तक आरजेडी की बैठक चली। इसके बाद विधायकों को तेजस्वी के पांच देश रत्न मार्ग स्थित आवास पर रोका गया। विधायक के लगेज को आवास में भेजा जा रहा है। उधर,फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार कांग्रेस के विधायक हैदराबाद पहुंच चुके हैं।
विधायकों के टूटने की आशंका के चलते उन्हें हैदराबाद भेजा गया है। बीते दिनों दिल्ली में प्रदेश के कांग्रेस विधायकों की एक बैठक भी हुई थी। इसमें 19 में से 17 विधायक शामिल हुए थे। इसके बाद बिहार कांग्रेस के 16 विधायक हैदराबाद पहुंचे थे।
नीतीश कुमार की जदयू और भाजपा के पास कुल मिलाकर 123 विधायक हैं। यह सरकार बनाने के लिए बहुमत के आंकड़े से केवल एक अधिक है। 243 विधानसभा सीट वाली बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरुरत होती है। फिर भी RJD को विधायक टूटने का डर सता रहा है।