अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दी है। कल यानी शनिवार को राष्ट्रीय पदाधिकारियों की दो दिवसीय बैठक खत्म हुई। इस बैठक में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के अलावा अयोध्या में राम मंदिर को लेकर भी चर्चा की गई।
- विज्ञापन -दिल्ली में चल रही भारतीय जनता पार्टी की 'राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक' में आज हमारे राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ संवाद किया।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के करिश्माई नेतृत्व में अभी तीन राज्यों में भाजपा को मिली प्रचंड विजय बताती है कि हर वर्ग और हर क्षेत्र की जनता का विश्वास… pic.twitter.com/5ZhTsoRz8z
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) December 23, 2023
बीजेपी ने बनाई रणनीति
आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद द्वारा राम मंदिर के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों में पूरी ताकत से बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को लगने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में राम मंदिर को लेकर पार्टी ने जो प्रयास किए हैं, कार्यकर्ताओं को उनकी जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश मिले हैं।
कार्यकर्ताओं को दिए ये निर्देश
पार्टी के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि राम मंदिर को लेकर अपने-अपने क्षेत्रों में बुकलेट बनाकर बांटें। उसके अलावा विपक्ष द्वारा राम मंदिर निर्माण को रोकने के लिए जो-जो किया गया उसको भी जनता के बीच में जाकर बताने को कहा गया है। करीब साढ़े चार घंटे तक चली इस मैराथन बैठक के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पूरे समय मौजूद रहे।
वोट प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य
दो दिवसीय बैठक में पीएम मोदी ने संगठन के प्रमुख नेताओं से पार्टी का वोट प्रतिशत 10 प्रतिशत बढ़ाने की दिशा में जुटने को कहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को 37 फीसदी वोट के साथ 303 सीटें मिली थीं। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्षी गठबंधन बीजेपी के खिलाफ वन-टू-वन प्रत्याशी उतारने की रणनीति पर काम कर रहा है, इसलिए हमें 50% से अधिक वोट हासिल करना होगा।
बीजेपी पूरे देश में महिला, युवा, किसान और गरीबों को पार्टी से जोड़ने के लिए अभियान चलाएगी। पीएम मोदी जनवरी में देश भर के युवाओं को संबोधित करेंगे। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में 35 करोड़ से ज्यादा वोट पाने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत विभिन्न योजनाओं के सात करोड़ लाभार्थियों तक पहुंचने की रणनीति बनाई गई है।