स्विट्जरलैंड के तर्ज पर सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट गौ तीर्थाटन केंद्र अब लखनऊ में बन रहा है। गौ तीर्थाटन केंद्र में तकरीबन 2000 गायों के लिए रहने का इंतजाम किया जाएगा। वहीं यहां एक बड़ा पशु चिकित्सालय भी बनाया जाएगा, गोदान करने के लिए भी गौदान स्थल का निर्माण होगा।
राजधानी लखनऊ में पहला गौ तीर्थाटन केंद्र पयर्टन केंद्र बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसे लखनऊ के उत्तरधौना में बनाया जाएगा। नगर निगम कार्यकारिणी में हुई बैठक में महापौर सुषमा खर्कवाल ने इसकी मंजूरी दे दी है। इस गौ तीर्थाटन को बनाने में तकरीबन 32 करोड़ रुपये खर्च होंगे। वहीं तकरीबन 10 हेक्टेयर भूमि में यह गौ तीर्थाटन केंद्र बनाया जाएगा। महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में हुई नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में इसके निर्माण की मंजूरी मिली है।
2017 से ही लखनऊ में गौ तीर्थाटन बनने की थी चर्चा
जानकारी के मुताबिक इसका डीपीआर तैयार हो गया है। इस तरीके का सेंटर अभी तक स्विट्जरलैंड में है, इस केंद्र को हैप्पी काऊ गौ गौशाला थीम पर बनाया जाएगा। यहां पर्यटक भी आसानी से आ सकेंगे। इसमें विशेष बात यह रहेगी की गायों को बांधकर या कैद करके नहीं रखा जाएगा बल्कि उनके गले में एक घंटी बांधी जाएगी और वह घूमती हुई नजर आएंगी। उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार 2017 में बनने के बाद ही लखनऊ में गौ तीर्थाटन केंद्र बनने की बात पर चर्चा शुरू हो गई थी और अब जल्द ही ये प्रोजेक्ट धरातल पर भी दिखेगा।
इस गौ तीर्थाटन केंद्र में तकरीबन 2000 गायों के लिए रहने का इंतजाम किया जाएगा। वहीं यहां एक बड़ा पशु चिकित्सालय भी बनाया जाएगा। यहां पर लोगों के गोदान करने के लिए भी गौदान देने के लिए गौदान स्थल का निर्माण भी होगा। गायों के लिए भव्य संग्रहालय गैलरी बनाई जाएगी, अन्नपूर्णा भोजनालय भी यहां बनेगा और कामधेनु का स्टेचू भी इस जगह पर बनाया जाएगा। वहीं काऊ शेड, स्टाफ क्वार्टर, पाथवे पार्किंग, लैंडस्कैपिंग, प्लांटेशन, सीवरेज, ड्रेनेज का भी काम इस केंद्र पर होगा जिससे कि आने जाने वाले लोगों को सहूलियत हो सके।