उत्तर बिहार का देवघर कहे जाने वाले मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर के दान पेटी को सात महीने के बाद आज शनिवार को खोला गया है। दानपेटी खुलने के बाद जो तस्वीर सामने आई है वो बेहद चौंकाने वाली थी। दरअसल, दानपेटी में लाखों के नोट सड़ गल गए हैं। सुबह से ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की निगरानी में पैसों की गिनती हो रही हैं। वहीं लाखों के नोट बर्बाद होने से मंदिर के पुजारी नाराज हैं। बारिश और जलाभिषेक के कारण नोट खराब होने की आशंका जताई जा रही है।
मंदिर परिसर में शुरू होगा संस्कृत की पढ़ाई
आज मंदिर में धार्मिक न्यास समिति की बैठक भी हुई। जिसमें कई मुद्दों पर गहनता से चर्चा हुई। मंदिर के पुजारियों ने कहा कि मंदिर परिसर में ही संस्कृत की पढ़ाई शुरू होनी चाहिए। पहले भी इस बिंदु पर चर्चा हो चुकी है। इसके बाद आज इस बिंदु पर गहनता से चर्चा हुई है। इसके बाद मंदिर के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने कहा कि इस पर विमर्श किया जा रहा है। जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी। ऐसे जो भी लोग संस्कृत विषय में रुचि रखते हैं, या पूजा पाठ का ज्ञान ग्रहण करना चाहते हैं। वो मंदिर परिसर में ही संस्कृत का ज्ञान ले पाएंगे। इसमें सभी वर्ग के बच्चों को पढ़ाया जाएगा।
हालांकि इसको लेकर गरीबनाथ न्यास समिति के अध्यक्ष और पंचायती राज विभाग के ACS मिहिर कुमार सिंह ने कहा कि इसके उपाय किए जा रहे हैं, जो पैसे खराब हो गए हैं, उन्हें RBI से बदल दिया जाएगा। समय-समय पर मीटिंग भी होती रहती है। संस्कृत विषय की पढ़ाई मंगल भवन में शुरू करने का भी प्रस्ताव आया है। इस पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी।