अरविंद केजरीवाल ने 2 नवंबर के लिए बैग पेक करना शुरू कर दिया है. सर्दियों के सारे कपड़े रख रहे हैं. ढेर सारे मफलर भी मंगवा लिये हैं. और काफी सारे स्वेटर भी ले लिए हैं. क्योंकि सरजी को लगता है कि 2 नवंबर को ईडी ऑफिस से वो बाहर नहीं आएंगे. बल्कि सीधे जेल जाएंगे. इसी वजह से उन्होंने अपना उत्तरिधाकारी तय कर लिया है लेकिन दिक्कत ये आ रही है कि कुछ कुमार विश्वास के भरोसेमंद लोग उस नाम पर राजी नहीं हैं. अब सारी कड़ियां जुड़ रहे हैं तो लग रहा है जैसे अरविंद केजरीवाल ने कुमार विश्वास को इसी दिन के लिए पार्टी से निकाला था. उनको पहले से पता था कि भविष्य में क्या होने वाला है और उस वक्त कौन-कौन लोग केजरीवाल के सामने खड़े हो सकते हैं तो उन्होंने उन सबका पत्ता साफ कर दिया और जी हुजूरी करने वाले संत्रियों को मंत्री बना दिया.
केजरीवाल के बाद दिल्ली का सीएम कौन होगा
ये सब करने के बाद अब खबर है कि अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी को सीएम बनाना चाहते हैं. उनका कहना है कि अगर ईडी उन्हें गिरफ्तार करती है तो पत्नी सुनीता केजरीवाल दिल्ली की सरकार चलाएंगी. दरअसल अरविंद केजरीवाल ने अपने करीबी विधायकों को ये संदेश दे दिया है कि वो सुनीता केजरीवाल के नाम का प्रस्ताव रखेंगे. पूरी स्क्रिप्ट सरजी ने तैयार की है कि कौन प्रस्ताव रखेगा. कौन हां करेगा और जो इनकार करेगा उनके साथ क्या होगा.
केजरीवाल ने कुमार विश्वास को इस डर से पार्टी से निकाला था
लेकिन सोचिए अगर कुमार विश्वास इस वक्त पार्टी में होते तो क्या अरविंद केजरीवाल को ऐसा करने देते. वो कभी इसके लिए नहीं मानते और ऐसी स्थिति में कुमार विश्वास दिल्ली के मुख्यमंत्री बनते. इसी डर की वजह से अरविंद केजरीवाल ने उनका पत्ता साफ किया होगा. क्योंकि कुमार विश्वास के नाम पर पार्टी में किसी को कोई ऐतराज नहीं होता. और लोकप्रियता में तो वो किसी से कम नहीं हैं. लेकिन अभी स्थिति बहुत अलग है.
केजरीवाल का समय आ गया साथियों के साथ जेल में रहने का
केजरीवाल के डिप्टी सीएम पहले से जेल में हैं. संजय सिंह भी जेल की हवा खा रहे हैं और सत्येंद्र जैन तो सालों से जेल की हवा खा रहे हैं.
लेकिन जिस केस में सीएम तक को जेल जाने की नौबत आ गई है आखिर वो शराब नीति है क्या बवाल दरअसल 22 मार्च 2021 को मनीष सिसोदिया ने नई शराब नीति का ऐलान किया था. 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति यानी एक्साइज पॉलिसी 2021-22 लागू कर दी गई. नई शराब नीति आने के बाद सरकार शराब के कारोबार से बाहर आ गई. और पूरी शराब की दुकानें निजी हाथों में चली गई. नई नीति लाने के पीछे सरकार का तर्क था कि इससे माफिया राज खत्म होगा और सरकार के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी.
2 नवंबर को ईडी ने केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया
हालांकि, नई नीति शुरू से ही विवादों में रही. जब बवाल ज्यादा बढ़ गया, तब 28 जुलाई 2022 को सरकार ने नई शराब नीति रद्द कर फिर पुरानी पॉलिसी लागू कर दी.
ईडी ने अरविंद केजरीवाल को समन जारी करके 2 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है. इस पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि आज दिल्लीवासियों के जीवन में दशहरा दिवस है, जब सच्चाई की जीत हुई है और जल्द ही दिल्ली को अरविंद केजरीवाल के भ्रष्ट शासन से मुक्ति मिलेगी. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने अरविंद केजरीवाल को ईडी के समन का स्वागत किया है और कहा है कि यह सच्चाई की जीत का दिन है.