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किसानों का ट्रैक्टर मार्च, गाजियाबाद में अलर्ट, नोएडा में धारा 144 लागू

ट्रैक्टर तैयार खड़े हैं. किसान संगठन हुंकार भर रहे हैं. दिल्ली कूच का प्लान है. तो दूसरी ओर पुलिस भी तैयार है. किसानों को किसी भी हाल में अपने ट्रैक्टर के नीचे कानून को रौंदने से रोकने के लिए.

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किसान संगठन और सरकार के बीच कई बार बातचीत हुई..कई बार सरकार की तरफ से बीच का रास्ता निकालने के लिए मंथन किया गया लेकिन किसान संगठन मानने को तैयार नहीं हुए. अब एक बार फिर किसान तैयार हैं अपने ट्रैक्टर के साथ. दिल्ली में दाखिल होने के लिए.

किसान अपनी मांगों को लेकर जिद पकडे़ हुए हैं. दिल्ली को लगातार बंधक बनाए हुए हैं. तो इस बार सरकार पर दवाब बनाने के लिए भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा ने ट्रैक्टर मार्च निकालने की तैयारी की है. ऐसे में इतना तय है की सोमवार का दिन दिल्ली पर खासा भारी पड़ने वाला है.

ट्रैक्टर मार्च के चलते कई रूट भी डायवर्ट किए गए

किसानों के ट्रैक्टर मार्च के ऐलान को देखते हुए दिल्ली और एनसीआर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. सुरक्षा में तैनात जवानों की संख्या को बढ़ा दिया गया है. गौतमबुद्ध नगर पुलिस भी अलर्ट पर है…नोएडा में धारा 144 लागू कर दी गई है. नोएडा पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है. तो ट्रैक्टर मार्च के चलते कई रूट भी डायवर्ट किए गए हैं.

किसानों का अबतक का प्रदर्शन खासा उग्र रहा है. तो नुकसान दोनों ओर को हुआ है. पुलिस के जवान जहां इस उग्र प्रदर्शन में घायल हुए. तो दूसरी ओर किसानों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है. तो एक बार फिर किसान संगठनों की ओर से ट्रैक्टर मार्च के जरिए दिल्ली में कूच की कोशिश की जाएगी, जिसको लेकर हरियाणा से लेकर नोएडा और नोएडा से लेकर गाजियाबात तक सतर्क है.

ईस्टर्न पेरिफेरल और मेरठ एक्सप्रेस वे पर साइड लेन में किसान विरोध प्रदर्शन करेंगे

गाजियाबाद में भी किसान नेता एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. ईस्टर्न पेरिफेरल और मेरठ एक्सप्रेस वे पर ट्रैक्टर के साथ किसान संगठन प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं. हालांकि प्रदर्शन के दौरान ट्रैफिक बाधित न हो. इसके लिए साइड लेन में किसान विरोध प्रदर्शन करेंगे.

मोदी लगातार अन्नदाताओं के हित की बात करते आए हैं. सरकार की तरफ से कई ऐसे फैसले भी किसानों के लिए उठाए गए हैं. जिससे अन्नदाताओं के अच्छे दिन आ सकें. किसानों के लिए पीएम मोदी के दिल में क्या है ये भी वो कई बार जाहिर कर चुके हैं.

लेकिन पीएम मोदी की गारंटी पर भी किसान संगठनों को भरोसा नहीं है. लगातार किसान संगठन अपनी मनमानी कर रहे हैं. दिल्ली को बंधक बनाए हुए हैं और इसका खामियाजा अगर कोई भुगतता है तो वो आम लोग, जो हर रोज दिल्ली जाते हैं. अपनी रोजी रोटी के लिए. अपने घर का चूल्हा जलाने के लिए.

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