दक्षिण कोरिया में कुत्ते का मीट खाने पर प्रतिबंध लगने वाला है। रूलिंग पार्टी के पॉलिसी चीफ यू यूई-डोंग ने इसका ऐलान किया है। दक्षिण कोरिया में कुत्ते का मीट खाने को लेकर दुनियाभर में लंबे समय से विवाद जारी है।
🇰🇷 South Korea is preparing a law banning the consumption of #DogMeat.
There are about 1,150 dog breeding farms, 34 slaughter houses, 219 distribution companies, and some 1,600 restaurants serving dogs.
The proposed ban will include a three-year grace period and financial… pic.twitter.com/Zt2oeFIVsa
— 𝗡 𝗢 𝗜 𝗦 𝗘 (@NoiseAlerts) November 17, 2023
एनिमल वेलफेयर इंस्टिट्यूट की मानें तो इस देश में हर साल 20 लाख कुत्तों को मार दिया जाता है। वहीं हर साल लगभग 1 लाख टन डॉग मीट खाया जाता है। अच्छी बात ये है कि यहां अब धीरे-धीरे कुत्ते खाने वाले लोगों की संख्या कम हो रही है। अब सरकार 2027 तक इस मीट के खाने पर पूरी तरह से बैन लगाने की तैयारी में है।
रेस्टॉरेंट में भी नहीं बिकेगा मीट
इस पर पॉलिसी चीफ ने कहा ने कह है कि इस कानून की वजह से जिन भी किसानों, कसाइयों और दूसरे लोगों को बिजनेस में नुकसान होगा, उनकी सरकार पूरी मदद करेगी। ये मीट बेचने वाले रजिस्टर्ड किसानों, रेस्तरां कर्मचारियों और दूसरे लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। सरकार इसी साल बिल लेकर आने वाली है। बता दें कि एनिमल राइट्स संगठन भी इसका विरोध करते रहते रहे हैं।
इससे पहले भी कई बार इस देश में एंटी डॉग मीट बिल लाया जा चुका है। लेकिन बिजनेस में शामिल लोगों इसका विरोध करते रहैं हैं, जिसकी वजह से बिल लाया नहीं जा सका। नए बिल में 3 साल का ग्रेस पीरियड और आर्थिक मदद का प्रावधान जोड़ा जा रहा है।
राष्ट्रपति की पत्नी ने आवारा कुत्तों को लिया गोद
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक यिओल की पत्नी और फर्स्ट लेडी किम किओन भी कुत्ते के मीट को खाने का विरोध करती रही हैं। उन्होंने राष्ट्रपति के साथ मिलकर कई आवार कुत्तों को गोद भी लिया है। ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल ने कहा है कि जिन लोगों ने भी इस मुहिम के लिए काम किया उनके लिए ये एक सपना पूरे होने जैसा है।
64 फीसदी लोगों ने इस मीट का किया था विरोध
बता दें कि इस कोरियाई देश में करीब 1150 कुत्तों के लिए फार्म हैं। करीब 1,600 रेस्तरां ऐसे हैं, जहां डॉग मीट परोसा जाता है। मीट निकालने के लिए 34 स्लॉटर हाउस हैं और लगभग 220 कंपनियां डॉग मीट बेचने का काम करती हैं। बताया जा रहा है कि पिछले साल करीब 64% लोगों ने डॉग मीट खाए जाने का विरोध किया था।