रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव बेहद खास होगा। राजनीतिक हस्तियों से लेकर अलग अलग क्षेत्रों में देश का नाम रोशन करने वाले लोग इस इसमें शामिल होंगे। समारोह के बाद उन्हें घर ले जाने के लिए प्रसाद दिया जाएगा। साथ ही प्रसाद में गीता प्रेस की ‘अयोध्या दर्शन’ किताब दी जाएगी।
PM मोदी के आगमन पर त्रेतायुगीन वैभव के अनुरूप होगी सुसज्जित धर्मनगरी अयोध्या
अयोध्या को त्रेतायुगीन वैभव के अनुरूप सुसज्जित किया जा रहा है। इसके लिए अयोध्या व आसपास के जनपदों के साथ ही पश्चिम बंगाल, मथुरा व सीतापुर के 700-800 कारीगर जुटे हुए हैं। रामनगरी को सुसज्जित करने में विदेशी फूलों से लेकर अशोक पत्ती, गेंदे की खुशबू तक का इस्तेमाल किया जाएगा।
इस काम में अयोध्या व आसपास के जनपदों के साथ ही पश्चिम बंगाल, मथुरा व सीतापुर के 700-800 कारीगर जुटे हैं। यहां कोलकाता, कानपुर, दिल्ली, बेंगलुरु आदि स्थानों से फूल मंगाए जा रहे हैं।
70 एकड़ जमीन, सिर्फ 30% पर हो रहा निर्माण
राम मंदिर का पूरा परिसर 70 एकड़ की जमीन पर है लेकिन 30% भाग पर निर्माण हो रहा है। बाकी जमीन पर पौधे लगाए जाएंगे। राम मंदिर के चारों ओर एक दीवार बनाई जा रही है। 70 एकड़ के नॉर्थ पार्ट में मंदिर बन रहा है। छोटे हिस्से में मंदिर इसलिए बनवा रहे हैं, क्योंकि 70 साल से कोर्ट में जिस प्लॉट नंबर पर केस था, उसी पर मंदिर बनाया जा सकता है।