-राहुल शर्मा-
गाजियाबाद। इस खबर के जरिये हमारा मकसद किसी धर्म विशेष के लोगों के प्रति जातीय भावना भड़काना या किसी जाति को उकसाना नहीं है, बल्कि हमारा मकसद है कि एक मुस्लिम लोगों के गैंग से हिन्दू समाज के लोग सतर्क और सावधान हो जाए और ठगी के शिकार न बनें। दरअसल, एक मुस्लिम युवक-युवतियों का गैंग हिन्दू नाम वाले लोगों को कॉलिंग स्केम के जरिये अपना शिकार बना रहा है।
ऐसे बना रहे हैं शिकार
आपके फोन पर कॉल आएगी। कॉल करने वाला खुद को टेलीकॉम डिपार्टमेंट से जुड़ा होना बताएगा। फोन करने वाला शख्स आपसे कहेगा कि आपके फोन से जुड़े सभी नंबर अगले दो घंटे में ब्लॉक कर दिए जाएंगे। ये बताने के बाद आपका कॉल होल्ड पर डाल दिया जाएगा। तब आपको कंप्यूटर क़ल के दौरान ही कहेगा कि अधिक जानकारी के लिए 9 दबाएं।
जब आप नौ दबाएंगे तो आपकी कॉल को कुछ देर होल्ड पर रखवाने के बाद एक महिला बात करेगी और आपसे आपका नाम पूछेगी। यदि आपने अपना नाम हिन्दू बताया तो आपसे आगे की बातचीत होगी और आपको स्केम का शिकार बना लिया जाएगा। लेकिन यदि आपने अपना नाम मुस्लिम बता दिया, तो आपसे आपका धर्म पूछा जाएगा। आपके मुस्लिम कहते ही आपको ये कहकर कॉल काट दी जाएगी कि सॉरी ये स्केम कॉल है।
सिर्फ हिन्दुओं को बनाया जा रहा है शिकार
मुस्लिम कम्युनिटी वाले इस गैंग के जरिये सिर्फ हिन्दू समुदाय के लोगों को ही शिकार बनाया जा रहा है। इस बात की तस्दीक इससे भी होती है कि फोन पर मुस्लिम नाम जानने पर गैंग का सदस्य खुद ही अपनी करतूत का खुलासा करके कॉल काट देता है।
मीडियाकर्मी के पास कॉल करने पर हुआ खुलासा
एक इलेक्ट्रॉनिक चैनल में काम करने वाले मीडियाकर्मी के पास इस कॉलर गैंग ने कॉल कर दी। इस गैंग की करतूत उस वक्त सामने आई जब हिन्दू मीडियाकर्मी ने अपना नाम मुस्लिम बता दिया।
कॉल करने वाली युवती ने लोकेश के मुस्लिम नाम बताने के बावजूद पूछा कि क्या आप मुस्लिम हैं। जब लोकेश ने मुस्लिम होने की बात कही तो खुद युवती ने ही ये कहकर कॉल काट दिया कि सॉरी ये स्केम कॉल है। युवती ने मीडियाकर्मी को खुद बताया कि वह भी मुस्लिम ही है।
ये कहना है मीडियाकर्मी का
इस फेक कॉल के शिकार बने मीडियाकर्मी का कहना है अगर मैं खुद को हिन्दू बताता तो शायद आज ठगी का शिकार हो सकता था।