इजराइल और हमास के बीच जंग को 43 दिन से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन इसकी जंग की कीमत आम लोगों को चुकानी पड़ रही है। इजराइल-हमास जंग के बीच भारत ने फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय मदद भेजी है। भारत ने फिलिस्तीनियों के लिए 32 टन जरूरी सामान C-17 एयरक्राफ्ट के जरिए मिस्र भेजा है।
- विज्ञापन -We continue to deliver humanitarian assistance to the people of Palestine.
Second @IAF_MCC C17 aircraft carrying 32 tonnes of aid departs for the El-Arish Airport in Egypt. pic.twitter.com/bNJ2EOJPaW
— Dr. S. Jaishankar (Modi Ka Parivar) (@DrSJaishankar) November 19, 2023
अल शिफा अस्पताल बना डेथ जोन
वहीं यूएन ने बताया है कि अल-शिफा अस्पताल में अब भी 25 स्टाफ, 291 मरीज और 32 नवजात मौजूद हैं। इन बच्चों की हालात काफी गंभीर है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने घोषणा की है कि गाजा का अल-शिफा अस्पताल डेथ जोन बन चुका है। कल सैकड़ों लोगों ने अल-शिफा अस्पताल खाली कर दिया।
ICU में भर्ती सभी मरीजों की हुई थी मौत
अस्पताल के डायरेक्टर मुहम्मद अबू सल्मिया ने बताया था कि इजराइली रेड में आईसीयू में भर्ती सभी मरीजों की मौत हो गई है। इस रेड में एक रात में 22 मरीजों की मौत हो गई है। सल्मिया ने कहा कि तीन दिन के अंदर अल शिफा अस्पताल में 55 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी अस्पताल में 7000 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। इनमें मरीज, मेडिकल स्टाफ कर्मचारी और शेल्टर होम में रहने वाले लोग शामिल हैं।
अल शिफा पर इसलिए है इजराइल की नजर
इजराइली सेना गाजा के अल शिफा अस्पताल को लगातार अपना निशाना बना रही है। इजराइली डिफेंस फोर्स का दावा है कि अल शिफा अस्पताल हमास का कमांड सेंटर है, जिसे वो खत्म करना चाहता है। इजराइली फोर्स ने अल शिफा अस्पताल के नीचे सुरंग होने का दावा किया है। इसके लिए इजराइली सैनिक कई घंटों तक ऑपरेशन चला रही है।
अमेरिकी मीडिया वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि इजराइल, अमेरिका और हमास के बीच बंधकों को आजाद करने के लिए जल्द ही समझौता होने वाला है। बताया जा रहा है कि कतर के जरिए हो रहे इस समझौते के तहत बंधकों को छोड़ने के बदले 5 दिन का सीजफायर हो सकता है।