कतर में मौत की सजा पाए 8 पूर्व नौसैनिकों से भारतीय अधिकारियों ने आज मुलाकात की है। इस मामले में विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार पूरे मामले में नजर बनाई हुई है। हमारे राजदूत इन आठ लोगों से मिले हैं। उन्होंने कहा कि अब तक मामले को लेकर कोर्ट में दो सुनवाई हो चुकी है।
आठ पूर्व नौसेनिकों से मिले राजदूत
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि कतर में आठ पूर्व नौसेनिकों को मौज की सजा दिए जाने के मामले में हमारी अपील पर दो सुनवाई हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हम मामले में नजर बनाकर सभी कानूनी सहायता दे रहे हैं। हमारे राजदूत कोआठों लोगों से जेल में मिलने का काउंसलर एक्सेस मिला है।
पीएम मोदी ने की थी कतर के शेख से मुलाकात
बागची ने कहा कि ये संवेदनशील मामला है, लेकिन हम जो कुछ भी कर सकते हैं, वो करेंगे। उन्होंने कहा कि COP28 में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से पीएम मोदी ने मुलाकात भी की थी। इस दौरान दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और कतर में रह रहे भारतीय समुदाय के कल्याण को लेकर चर्चा हुई थी।
कतर की कोर्ट ने इसलिए सुनाई है मौत की सजा
बता दें कि कतर की कोर्ट ने 26 अक्टूबर को आठ भारतीय पूर्व नौसेनिकों को मौत की सजा सुनाई थी। भारत ने फैसले को चौंकाने वाला बताया था और मामले में सभी कानूनी विकल्प तलाशने की बात कही थी। कतर की कोर्ट ने इन सभी को जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई थी, जिसके बाद भारत ने अपील दायर की थी और उनको सभी कानूनी सहायता देने की बात की थी। इस मामले में भारत सरकार की पैनी नजर है।
कतर में मौत की सजा पाए आठ पूर्व नौसेनिकों से मिले भारतीय अधिकारी, विदेश मंत्रालय ने कही बड़ी बातें
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