कर्नाटक विधानसभा चुनाव: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती शुरू हो गई है। इसके मुताबिक, कांग्रेस को 117, भाजपा को 71, जेडीएस को 28 और अन्य 7 सीटों पर आगे है। कांग्रेस ने अभी तक 113 सीटों पर बहुमत हासिल कर लिया है। चुनाव आयोग के अनुसार, कांग्रेस को 43.2%, भाजपा को 36% और जेडीएस को 13% वोट मिले हैं।
न्यूज चैनलों के अनुसार, कांग्रेस को 118, भाजपा को 71, जेडीएस को 20 और अन्य पार्टियों को 6 सीटों पर आगे है।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने चुनाव रुझानों के आधार पर अपने सभी विधायकों को बेंगलुरु पहुंचने के लिए कहा है। वहीं, जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने बताया कि भाजपा या कांग्रेस से उनसे संपर्क नहीं किया गया है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे अपडेट…
- कांग्रेस पार्टी के नेता सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार और मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक अपनी सीटों पर आगे चल रहे हैं। जगदीश शेट्टार पीछे हैं।
- सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र ने कहा है कि मेरे पिता को मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
- यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा है, “जय बजरंगबली, भ्रष्टाचार की नली को तोड़ दिया।”
- जेडीएस पार्टी के नेता कुमारस्वामी चन्नापटना से आगे हैं। सीएम बसवराज बोम्मई शिगगांव से आगे हैं।
38 सालों से नहीं हुई सत्ता की रिपीट, जानिए कौन है राज्य का ‘लंबी खेली’ शासक ?
राज्य में 38 साल से सत्ता दोहराने वाली कोई पार्टी नहीं हुई है। आखिरी बार 1985 में जनता पार्टी ने सत्ता में रहते हुए चुनाव जीता था जिसके नेतृत्व में रामकृष्ण हेगड़े थे। पिछले पांच चुनावों में (1999, 2004, 2008, 2013 और 2018) से सिर्फ दो बार (1999, 2013) में एक ही पार्टी को बहुमत मिला। भाजपा 2004, 2008 और 2018 में सबसे बड़ी पार्टी बनी। उसने बाहरी समर्थन के साथ सरकार बनाई।
10 मई को 224 सीटों के लिए 2,615 उम्मीदवारों के लिए 5.13 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले थे। चुनाव आयोग के मुताबिक, कर्नाटक में 73.19% मतदान हुआ था। यह 1957 के बाद राज्य के चुनावी इतिहास में सबसे ज्यादा है।
इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के कई बड़े नेताओं का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा है। कांग्रेस के सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार तथा भाजपा के बसवराज बोम्मई प्रमुख नेता हैं। अगर इनकी पार्टी चुनाव जीतती है तो ये सीएम बन सकते हैं।
वहीं, भाजपा से येदियुरप्पा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए भी यह बेहद अहम चुनाव है। खड़गे का कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर परीक्षण है। अगर वे कांग्रेस की सरकार बना लेते हैं तो पार्टी में उनका स्थान मजबूत हो जाएगा। वहीं, येदियुरप्पा पर भाजपा ने पीएम मोदी के बाद सबसे ज्यादा भरोसा किया है।