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संसद में पकड़ी गई नीलम के सपोर्ट में उतरा किसान संयुक्त मोर्चा!

संसद से पकड़ी गई नीलम के समर्थन में किसान संयुक्त मोर्चा

बुधवार को संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक होने के बाद जांच शुरू की गई। जांच में पता चला की इस साजिश में 6 लोग शामिल थे। इनमें से चार को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। इनमे एक नीलम नाम की महिला भी शामिल है, जिसकी रिहाई को लेकर किसान संयुक्त मोर्चा मांग कर रहा है।

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बता दें कि इनमें से दो लोग लोकसभा की कार्यवाही (Parliament Security News) के दौरान दर्शक दीर्घा चैंबर में कूद गए। जिसके बाद सदन में अफरा तफरी मच गई। इसके अलावा दो अन्य लोगों ने सदन के बाहर जमकर हंगामा (Parliament Ruckus) किया। वहीं दो लोग अब भी फरार हैं।

हंगामा करने वाले चार लोगों में एक महिला भी शामिल है जिसकी रिहाई को लेकर किसान संयुक्त मोर्चा अब मांग पड़ अड़ा हुआ है। बता दें कि महिला का नाम नीलम (Neelam Arrested) है और वह किसान आंदोलन से भी जुड़ी रही है। किसान नेता ने कहा नीलम पहले किसान आंदोलन से जुड़ी रही है, हम सब उसके साथ है। नीलम ने बेरोजगारी से परेशान होकर संसद पर हमले का यह कदम उठाया है।

कल होगी किसान संयुक्त मोर्चा की बैठक

गिरफ्तारी के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (Kisan Sanyukta Morcha) के सदस्य और किसान नेता आजाद पालवा नीलम के घर भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि नीलम की रिहाई की मांग को लेकर वह कल किसान संयुक्त मोर्चा की मीटिंग भी बुला रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर नीलम को जल्द रिहा नहीं किया गया तो बड़ा कदम उठाया जाएगा।

गुरुग्राम में रुके थे 5 आरोपी

जानकारी के मुताबिक इस साजिश में 6 लोग शामिल हैं। इनमें से 4 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य इसमें फरार चल रहे हैं। ये सभी दिल्ली के बाहर से आए थे। बताया जा रहा है कि इसमें से 5 आरोपी गुरुग्राम में ललित झा नाम के शख्स के घर पर रुके थे।

गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी

बता दें कि चारों आरोपियों को दिल्ली पुलिस संसद मार्ग पुलिस स्टेशन लाई है। जहां एंटी टेरर यूनिट स्पेशल और खुफिया एजेंसियां उनसे लगातार पूछताछ कर रही हैं। शुरूआती जांच में पता चला है कि संसद के बाहर से पकड़े गए नीलम और अमोल के पास मोबाइल फोन नहीं था और ना ही इनके पास किसी भी तरह का पहचान पत्र या बैग तक बरामद हुआ। दोनों हमलावरों ने किसी भी संगठन से संबंध होने से इंकार किया है। उनका कहना है कि वे अपनी मर्जी से संसद में गए थे।

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