बिहार सरकार का विभाग अपने कारनामों के लिए कई सालों से मशहूर है। सरकार के सभी विभागों में कारनामों का रिकॉर्ड बने तो बिजली विभाग, बिजली की गति से बाजी मार सकता है। वैसे तो सिर्फ बिहार का बिजली विभाग ही नहीं देश का बिजली विभाग इस मामले में अवल्ल है। बिजली विभाग की इतनी चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि बिहार के बिजली विभाग ने एक मजदूर के घर 1 करोड़ 29 लाख 846 रुपए का बिल भेज दिया। बिल देखकर मजदूर दंग रह गया। एक मजदूर के घर में एक पंखा और बल्ब के अलावा होता ही क्या है?
बिहार के मुजफ्फरपुर में बिजली विभाग ने ये कारनामा किया। मजदूर का इतना बिल आने की जानकारी मिलने पर पूरे गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है। इतना अधिक बिजली बिल आने के बाद मजदूर ने इसकी शिकायत बिजली विभाग के अधिकारी से की। जानकारी बिजली विभाग के पूर्वीं डिवीजन के कार्यपालक अभियंता श्रवण कुमार ठाकुर को दी। इसके बाद कार्यपालक अभियंता ने सहायक विद्युत अभियंता और जेई को जांच का निर्देश दिया। जांच के बाद विभाग द्वारा बिल गलत पाया गया।
मुशहरी के मणिका उर्फ विशुनपुर चांद के उपभोक्ता जमीर अंसारी को 1 करोड़ 29 लाख 846 रुपये का बिजली बिल आया है। इससे मजदूरी करने वाले जमीर परेशान हो गए थे। उपभोक्ता ने बताया कि 2022 के दिसंबर से फरवरी 2023 तक 42 यूनिट खपत हुई। इसके बाद मार्च से लेकर जून तक 331 यूनिट खपत की जानकारी देते हुए औसत बिल बनाया गया। जुलाई में 327 यूनिट,अगस्त में 64, सितंबर में 67 यूनिट बिजली खपत बतायी गई। बीते साल दिसंबर में सामान्य मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाया गया। इसमें सामान्य मीटर में जो यूनिट खपत हई थी उसे मीटर में दर्ज किया गया। इसमें दिसंबर माह में 364548 यूनिट बिजली खपत बतायी गई। इसको लेकर 1 करोड़ 29 लाख 846 का बिल तैयार किया गया।
हर महीने बिजली बिल का भुगतान कर रहा था जमीर
जबकि उसके घर पर एक बल्ब ही जलता है। गर्मी के दिनों में पंखा का उपयोग होता है। जमीर ने बताया की हर महीने बिजली बिल का भुगतान कर रहे हैं। अचानक एक करोड़ का बिल आ गया। गरीब आदमी है इतना भारी भरकम बिजली बिल कहां से चुकाएंगे।फॉल्स बिजली बिल भेजा गया है। हर महीने दो सौ से तीन सौ बिल आता है। मोहम्मद जमीर ने बिजली बिल सुधार करने की अधिकारी से गुहार लगा रहे हैं।