- विज्ञापन -
Home Uttar Pradesh Noida सत्ता की धमक के आगे बौना कानून

सत्ता की धमक के आगे बौना कानून

गॉर्डन गैलेरिया मॉल गोलीकांड : सरकार खुदकी, तो कैसा कानून ?

निशांत शर्मा

- विज्ञापन -

नोएडा (यूपी)। खुद सत्तारूढ़ दल में मंडल स्तर के नेता हों और पिता भी नामचीन हो तो फिर काहे का कानून का खौफ और काहे गिरफ्तारी की चिंता। जी हां ! नोएडा-39 के गार्डन गैलेरिया मॉल में रात हुई फायरिंग की घटना को अंजाम देने वाला शख्स इतनी सारी खूबियों से लैस था यही वजह रही कि साहब ने कमिश्नरेट सिस्टम वाले देश की राजधानी से सटे नोएडा जैसे शहर में भी सरेआम फायरिंग करने और तोड़फोड़ करने में किसी तरह का संकोच नहीं किया। हालाकि पुलिस ने समय रहते ठोस कार्रवाई कर दी, मगर सवाल ये कि क्या बीजेपी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उप-चुनाव से पहले पार्टी की छवि बिगाड़ने वाले इन नेताजी पर कोई एक्शन लेगा ?

भाजयुमो का मंडल कोषाध्यक्ष है मुख्यारोपी

मॉल में हुई फायरिंग का मुख्यारोपी संचित बंसल है। संचित भारतीय जनता युवा मोर्चा का मेरठ मंडल का कोषाध्यक्ष है। उसका फेसबुक अकाउंट बताता है कि संचित की भारतीय जनता युवा मोर्चा में खासी पेठ है। उसके फेन फॉलोअर्स की तादात से भी उसकी धमक का अंदाजा लगाया जा सकता है।
आरोपी का पिता भी रसूखदार भाजपाई

जबकि संचित के पिता राजीव बंसल वर्तमान में बीजेपी बुलंदशहर के जिला उपाध्यक्ष हैं और खुर्जा नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन होने के अलावा खुर्जा-बुलंदशहर पोल्ट्री एसोसिएशन के भी पूर्व अध्यक्ष रहे हैं।
ये हुई थी घटना

थाना सेक्टर 39 नोएडा के गार्डेन गैलेरिया मॉल में बनी ऑस्कर बार में पार्टी के दौरान दो पक्षों के बीच डीजे पर डांस के दौरान पैर लगने से विवाद हो गया। एक पक्ष के हंगामा करने पर बाउंसर ने उन्हें बाहर कर दिया। इसी पक्ष ने दूसरे पक्ष के मॉल से बाहर आते ही उस पर फायरिंग कर दी। गनीमत ये रही कि इस फायरिंग की घटना में कोई हताहत नहीं हुआ ।

क्या केंसिल होगा लाइसेंस ?

बताया गया है कि शराब के नशे में धुत संचित ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायरिंग की घटना को अंजाम दिया है। हालाकि पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल पिस्टल को कब्जे में ले लिया है, मगर सवाल ये कि क्या नेता पिता-पुत्र की धमक के आगे पुलिस आरोपी का शस्त्र लाईसेंस निरस्त करेगी ?

मॉल में कैसे पहुंचा हथियार ?

गार्डन गिलेरिया मॉल में सुरक्षा के लिए जहां गार्डस की तैनाती है, वहीं गेट पर ही मेटल डिटेक्टर लगे हुए है। मॉल के भीतर किसी भी तरह की आपत्तिजनक वस्तु या हथियार ले जाने की मनाही है। ऐसे में सवाल उठता है कि सुरक्षाकर्मियों ने आरोपी को मॉल केंपस में असलहा कैसे ले जाने दिया ? क्या ये सुरक्षा में चूक थी या फिर सत्ता के नशे में चूर आरोपी की धमक ?

बोले एडीसीपी

एडीसीपी मनीष कुमार का इस मामले में कहना है कि गार्डन गैलेरिया मॉल की पार्किंग में हुई घटना में त्वरित कार्यवाही करते हुये तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

- विज्ञापन -
Exit mobile version