- विज्ञापन -
Home भारत कैश-फॉर-क्वेरी मामला: TMC सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म, ममता बनर्जी...

कैश-फॉर-क्वेरी मामला: TMC सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म, ममता बनर्जी बोली- ये संविधान और लोकतंत्र की हत्या

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा संसद की सदस्यता खत्म हो गई है। कैश-फॉर-क्वेरी मामले में महुआ मोइत्रा पर आज सदन में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट सामने आ गई है। जिसके बाद उनके निष्कासन का प्रस्ताव पेश हुआ। इसके बाद वोटिंग हुई थी। लेकिन सदन में महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने के लिए वोटिंग शुरू होते ही होते ही विपक्ष ने बॉयकॉट कर दिया।

- विज्ञापन -

ममता बनर्जी ने दी तीखी प्रतिक्रिया

इस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का ये रवैया देखकर मुझे दुख हो रहा है। उन्होंने इसे संविधान और लोकतंत्र की हत्या बताया है। उन्होंने कहा कि ये बदले की राजनीति है। उन्होंने कहा कि ये सरासर अन्याय हुआ है।

टीएमसी सांसद महुआ की लोकसभा सदस्यता रद्द
वोटिंग के बाद लोकसभा स्पीकर ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ निष्कासन प्रस्ताव पास कर दिया है। लोकसभा से निष्कासन के बाद महुआ ने आरोप लगाया कि लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने मुझे झुकाने के लिए बनाई गई अपनी रिपोर्ट में सभी नियमों को तोड़ दिया। इससे पहले भी चर्चा के दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने महुआ मोइत्रा को सदन में बोलने की परमिशन नहीं दी थी। इसको लेकर कांग्रेस ने भी कई सवाल उठाए है।

निष्कासित होने के बाद महुआ का आया बयान
स्पीकर ने कहा था कि उन्हें पैनल मीटिंग में बोलने का मौका मिला था। आज लोकसभा में पेश की गई एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में महुआ की संसद सदस्यता खत्म करने की सिफारिश और कानूनी जांच की मांग की गई थी। तभी टीएमसी ने मांग की थी कि 500 पेज की रिपोर्ट पढ़ने के लिए 48 घंटों का समय दिया जाए।

जब सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई, चार मिनट बाद ही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 12 बजे एथिक्स कमेटी चेयरमैन विजय सोनकर ने रिपोर्ट पेश की। इस पर सदन में कई बार हंगामा हुआ। दो बार कार्यवाही स्थगित हुई। दोपहर 2 बजे से तीसरी बार महुआ के निष्कासन पर वोटिंग हुई तो विपक्ष ने बॉयकॉट कर दिया।

विपक्ष ने मोदी सरकार हाय-हाय के लगाए नारे

टीएमसी सांसदों की अगुआई में विपक्ष ने सदन में मोदी सरकार के खिलाफ हाय-हाय के नारे लगाए थे। विपक्ष के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। उधर सदन के बाहर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इसे इंसाफ का मजाक उड़ाना बताया था।

- विज्ञापन -
Exit mobile version