Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शिवसेना (UPT) को एक और बड़ा झटका लगा है। पहले उसे विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा और अब उसकी गठबंधन सहयोगी पार्टी महा विकास अघाड़ी सपा ने उसे छोड़ने का ऐलान कर दिया है। सपा के गठबंधन से बाहर होने के पीछे सबसे बड़ी वजह शिवसेना (UBT) के एक नेता द्वारा बाबरी मस्जिद को लेकर की गई पोस्ट है। दरअसल, उद्धव ठाकरे के सबसे करीबी मिलिंद नार्वेकर ने बाबरी मस्जिद को लेकर विवादित टिप्पणी की है। अपनी पोस्ट में उन्होंने बाबरी मस्जिद के विध्वंस और उससे जुड़े अखबार के विज्ञापन की तारीफ की है। शिवसेना नेता की इस पोस्ट की वजह से अखिलेश यादव की पार्टी सपा ने गठबंधन छोड़ने का फैसला किया है, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
आजमी ने बाबरी मस्जिद के विध्वंस के लिए दिया था बधाई
महाराष्ट्र चुनाव में समाजवादी पार्टी ने दो सीटें जीती हैं। गठबंधन तोड़ने की जानकारी देते हुए महाराष्ट्र सपा प्रमुख अबू आजमी ने कहा कि, “शिवसेना (UBT) ने एक अखबार में विज्ञापन देकर लोगों को बाबरी मस्जिद के विध्वंस के लिए बधाई दी थी। इतना ही नहीं, उद्धव ठाकरे के सहयोगी ने मस्जिद के विध्वंस की तारीफ करते हुए एक्स पर पोस्ट भी किया है।” यही वजह है कि समाजवादी पार्टी ने एमवीए छोड़ने का फैसला किया है। सपा नेता अबू आजमी ने आगे कहा कि ऐसे शब्द बोलने वालों और भाजपा में कोई अंतर नहीं है।
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इस पोस्ट ने मचा दिया बवाल
बता दें कि, 6 दिसंबर को शिवसेना (यूबीटी) विधान पार्षद मिलिंद नार्वेकर ने बाबरी मस्जिद गिराए जाने की घटना को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया था। नार्वेकर ने अपनी पोस्ट में बाबरी मस्जिद गिराए जाने की तस्वीर भी पोस्ट की थी और इसके साथ ही शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का एक बयान भी लिखा था, जिसमें लिखा था कि, “मुझे उन लोगों पर गर्व है जिन्होंने ऐसा किया।” इसी पोस्ट के चलते उन्होंने एमवीए छोड़ने का ऐलान किया।
विधानसभा चुनाव में MVA को मिली हार
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन “महा विकास” अघाड़ी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। एमवीए सिर्फ 46 सीटें जीतने में सफल रही, जिसमें से दो सीटें सपा ने भी जीतीं। चुनाव परिणाम आए अभी कुछ ही दिन हुए हैं और गठबंधन में दरार दिखाई देने लगी है। फिलहाल सपा के एमवीए से बाहर होने के ऐलान पर शिवसेना (UBT) की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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