भारत और मालदीव के बीच हाल ही में कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं, जो दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाने में सहायक होंगे। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है, जिन्होंने 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय मुद्रा विनिमय समझौते के अलावा 30 बिलियन रुपये (लगभग 360 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के समर्थन का फैसला लिया। मुइज्जू ने इस समर्थन को मालदीव के विदेशी मुद्रा मुद्दों के समाधान में मददगार बताया।
दोनों नेताओं के बीच यह वार्ता नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई, जहां दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने मिलकर कई मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकास साझेदारी भारत और मालदीव के रिश्तों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत हमेशा मालदीव के लोगों की प्राथमिकताओं को प्राथमिकता देगा।
SBI ने मालदीव सरकार के बांड में 50 मिलियन का निवेश किया
इस बैठक के बाद, भारत ने मालदीव को 100 मिलियन डॉलर का ट्रेजरी बिल रोलओवर प्रदान किया। इसके साथ ही, 400 मिलियन डॉलर और 3,000 करोड़ रुपये के मुद्रा विनिमय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इससे पहले, भारत ने घोषणा की थी कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) मालदीव के सरकारी बॉंडों में 50 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा। इसी तंत्र के तहत, मई 2024 में भी SBI ने मालदीव सरकार के अनुरोध पर 50 मिलियन डॉलर के टी-बिल सब्सक्राइब किए थे।
मालदीव में RuPay कार्ड का शुभारंभ: भारत और मालदीव के संबंधों में नई ऊंचाई
मालदीव में RuPay कार्ड की शुरुआत भी की गई है, जो देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देगा। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव में RuPay कार्ड के पहले लेनदेन को भी देखा। इसके अलावा, उन्होंने हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। मोदी ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भारत और मालदीव UPI (Unified Payments Interface) के माध्यम से और भी बेहतर तरीके से जुड़े रहेंगे।
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प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू का गर्मजोशी से स्वागत किया
प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा कि भारत और मालदीव के रिश्ते सदियों पुराने हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मालदीव भारत की पड़ोस नीति और SAGAR (Security and Growth for All in the Region) विजन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा के दौरान, उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी मुलाकात की, जिसमें भारत में उनके स्वागत पर चर्चा हुई।
मालदीव की इस यात्रा ने यह साबित कर दिया है कि भारत और मालदीव के बीच संबंधों में मजबूती आ रही है। यह समझौते और सहयोग केवल आर्थिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि राजनीतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं। भारत, मालदीव का सबसे करीबी दोस्त और पड़ोसी देश है, और दोनों देशों के बीच सहयोग का यह सिलसिला आने वाले समय में और भी गहरा होगा।
इस प्रकार, यह समझौते भारत और मालदीव के बीच संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का संकेत देते हैं, जो क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।