तमिलनाडु में मदुरै की अदालत ने जैसे ही मनीष कश्यप (Manish Kashyap) को जमानत दी और कहा कि एनएसए का केस ही नहीं है. गलत तरीके से आप एक व्यक्ति पर एनएसए यानी राजद्रोह का केस लगा दिए हैं. वैसे ही बिहार में खेला की खबर हवा की तरह फैल गई. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की परेशानी तो आपको बताएंगे ही लेकिन पहले चचा का हाल सुन लीजिए.
जो आजकल कुर्सी जाने की खबर से ऊलजलूल बयान दिये जा रहे हैं. वो भी लगे कागज पत्तर खुजवाने कि कहीं से ऐसा कुछ और निकाल लिया जाये जिससे मनीष कश्यप को जेल में ही रखा जा सके. मंत्री से लेकर संत्री तक जुटे हैं. लेकिन सन ऑफ बिहार के बाहर आने की खबर ने उनके समर्थकों में जोश डबल कर दिया है.
उधर तेजस्वी यादव का हाल बेहाल हो गया है क्योंकि मनीष कश्यप ने तेजस्वी यादव को ही खुली चुनौति दी थी कि वो उनके खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. मदुरै की अदालत से जमानत मिलने के बाद भी मनीष कश्यप जेल में ही रहेंगे लेकिन अब उनका केस मजबूत हो जाएगा क्योंकि मदुरै की अदालत के फैसले को उनके वकील ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे. क्योंकि उसी केस में एक अदालत ने जब जमानत दे दी और एनएसए भी हटा दिया तो बिहार की अदालत को भी उस पर ध्यान देना चाहिए.
पूरा मामला समझिए
किस केस में मनीष कश्यप को जमानत मिली है पहले वो समझ लीजिए, दरअसल लगभग एक साल पहले तमिलनाडु के कई जिलों से बिहारियों के साथ मारपीट और हिंसा की खबरें सामने आई थी. इस दौरान सोशल मीडिया पर कई वीडियो और फोटो भी वायरल हुआ था. इसको लेकर सड़क से सदन तक हो हंगामा भी हुआ था. मामला गर्म होने के बाद बिहार के अधिकारियों की टीम तमिलनाडु गई थी और पूरे मामले की जांच की थी.
जांच के दौरान पता चला कि कुछ लोगों ने नफरत फैलाने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर फर्जी वीडिया वायरल किया था. इस मामले में मनीष कश्यप की संलिप्तता की बात सामने आई थी. यूट्यूबर पर आरोप है कि उसने फर्जी वीडियो बनाकर नफरत फैलाने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किया था. बिहार के अलावा तमिलनाडु में भी उस पर केस दर्ज किए गए थे, मतलब जब वहां से जमानत मिल गई है तो यहां भी उम्मीद बंध गई है.
मनीष कश्यप ने किया था सरेंडर
तमिलनाडु और बिहार में केस दर्ज होने के बाद दोनों राज्यों की पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. हालांकि पुलिस की गिरफ्त से मनीष दूर रहा. इसी दौरान बेतिया में दर्ज एक आपराधिक मामले में 18 मार्च 2023 को पुलिस कुर्की जब्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी. इसी दौरान मनीष कश्यप जगदीशपुर थाने में सरेंडर कर दिया. उसके बाद मनीष को पटना लाया गया. बिहार पुलिस की पूछताछ के बाद तमिलनाडु पुलिस भी उसे गिरफ्तार कर मदुरै ले गई.
उसके बाद मनीष कश्यप को बिहार की जेल में भेज दिया गया और तब से वो जेल में ही हैं. मनीष कश्यप तेजस्वी यादव को खुली चुनौती देते रहे हैं. अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर करते हुए मनीष कश्यप ने कहा था कि पहले आप पढ़ाई में फ्लॉप हुए, फिर क्रिकेट में फ्लॉप हुए, फिर बिहार का उपमुख्यमंत्री बनकर पूरे बिहार को ही आपने डुबा दिया है. बिहार में जो आवाज उठा रहा है उसके खिलाफ केस कर रहे हैं.
आप नौंवी फेल हैं, आपके पिता जी सीएम थे फिर भी पढ़ नहीं पाए. मेरे पिता जी सेना में थे उन्होंने मुझे पढ़ाया मैं इंजीनियर बना. आपको कम से कम ग्रैजुएट करना चाहिए था, तब ना आपको पता चलता कि छोटे और बड़े भाई के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए. उसके बाद मनीष कश्यप ने तेजस्वी के सामने चुनाव लड़ने की भी चुनौती दी थी.