बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी लेकिन इसमें बिहार से किसी भी सीट या उम्मीदवार का ऐलान अभी नहीं हुआ. बिहार को लेकर सियासी गोटियां सेट की जा रही हैं. जाति और मज़हब के आधार पर सियासी समीकरण खंगाले जा रहे हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार माहिर राजनीतिज्ञ हैं. नीतीश बड़ी आसानी से सियासत के भाव को समझ जाते हैं. सियासत की बयार को देखने केबाद अपने निर्णय पर पहुंचते हैं. इस बीच नीतीश कुमार आज दिल्ली आने वाले हैं. बीजेपी हाईकमान के साथ सीट शेयरिंग पर चर्चा करने वाले हैं. नीतीश की नज़र अभी चुनाव जीतने से ज़्यादा सीटों के उचित बंटवारे पर है. ताकि वाजिब हिस्सेदारी पाकर वो बिहार में अपने दबदबे का मैसेज दे सकें. कठपुतली सरकार के टैग से बाहर आ सकें.
बिहार की सीट शेयरिंग पर बैठक
दावा है कि नीतीश कुमार आज अमित शाह से मिलेंगे. बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे. इस बैठक के बाद बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी. ये बैठक पीएम मोदी की अध्यक्षता में होगी.
दरअसल बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव नतीजे को दोहराना चाहती है. इस चुनाव में विपक्ष का सूपड़ा साफ़ कर देना चाहती है. इसीलिए बीजेपी विपक्ष पर हमलावर है. संसद से सड़क पर हल्ला बोल गूंज है. 2019 लोकसभा चुनाव की बात करें तो लोकसभा की 40 में से 39 सीटों पर NDA को ऐतिहासिक जीत मिली. बीजेपी को 17 और जेडीयू को 16 सीटें शेयर की गईं.
इस बार बिहार लोकसभा चुनाव बहुत इंटरस्टिंग हो गया है. नीतीश ने मुख्यमंत्री की कुर्सी तो बचा ली लेकिन 2024 का रण उनके ठीक सामने है. साथ ही गठबंधन की ताक़त ने बीजेपी हाईकमान को सोचने पर मजबूर ज़रूर किया है. जिससे पार पाना बीजेपी के लिए बहुत ज़रूरी है. क्योंकि बिहार में ज़्यादा से ज़्यादा सीटें जीतकर आएंगे.. तो तभी 400 पार का लक्ष्य पूरा होने की संभावना है.