पाकिस्तान के करतारपुर गुरुद्वारे में सिख सुमदाय की भावनाओं से खिलवाड़ का मामला सामने आया है। करतारपुर साहिब में स्थित गुरुद्वारे की बेअदबी की गई है। करतारपुर साहिब के गुरुद्वारे की दर्शनी से सिर्फ 20 फीट की दूरी पर शराब और नॉनवेज की पार्टी की गई है।
- विज्ञापन -I strongly condemn the sacrilegious incident involving alcohol and meat consumption within the sacred premises of Gurudwara Sri Kartarpur Sahib. It's particularly disheartening that the Kartarpur Gurdwara committee administration was involved in this.
Urgently calling… pic.twitter.com/BK5WGr7wdH
— Manjinder Singh Sirsa (मोदी का परिवार) (@mssirsa) November 19, 2023
वहां लोग शराब के नशे में जमकर डांस कर रहे हैं। पंडाल में नॉनवेज खाने की टेबल लगी हुई है। इसको देखने के बाद सिख समुदाय में भारी गुस्सा है। ये पार्टी पाकिस्तान की परियोजना प्रबंधन इकाई के सीईओ मोहम्मद अबू बकर आफताब कुरैशी की ओर से दी गई थी।
पार्टी में शामिल थे कई लोग
इस पार्टी में पाकिस्तान के नारोवाल के डीसी मोहम्मद शारूख, पुलिस अधिकारियों समेत कई समुदायों के 80 से ज्यादा लोगों के साथ शामिल हुए थे। पार्टी में पीली पगड़ी पहने सिख रमेश सिंह अरोड़ा भी मौजूद थे। इतना ही नहीं करतारपुर साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी गोबिंद सिंह भी इस पार्टी में शामिल हुए थे।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ने लगाया आरोप
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया है कि गुरुद्वारा के परिसर में पाकिस्तानी अफसरों ने शराब और नॉनवेज का सेवन किया। उन्होंने कहा कि करतारपुर गुरुद्वारा प्रशासन ने करतारपुर साहिब परिसर में डांस पार्टी आयोजित कर के गुरुद्वारे को अपवित्र किया है।
सिखों के लिए काफी अहम है करतारपुर साहिब
बता दें कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को गुरुद्वारा दरबार साहिब के नाम से जाना जाता है। ये सिखों का प्रमुख धार्मिक स्थल है, क्योंकि यहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के आखिरी साल बिताए थे। यहां नानक जी ने 16 सालों तक अपना जीवन बिताया था। बाद में इसी जगह पर गुरु नानक देव ने अपनी देह त्यागी। जिसके बाद यहां गुरुद्वारा दरबार साहिब बनाया गया।