Online Fraud in India : टेक्नोलॉजी के इस दौर में धोखाधड़ी के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। और आज कल बहुत सी वेबसाइट्स ‘घर बैठे नौकरी’ और ‘घर बैठे कमाई’ (Work From Home) का झांसा देकर आम लोगों को ठग रहे है। सरकार की ओर से आज ऐसी 100 वेबसाइट्स (100 websites banned) को बंद कर दिया गया है।
बता दें कि गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने ऐसी वेबसाइट्स की (Online Fraud in India) पहचान कर इनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी। उसके बाद सूचना एवं प्राद्योगिकी मंत्रालय ने इन्हें बंद कर दिया।
इन लोगों को बनाया जाता है शिकार
गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया कि ये वेबसाइट विदेशों से चलाए जा रहे थे और इन्हें विशेष रूप से भारतीय नागरिकों के साथ धोखाधड़ी के लिए डिजाइन किया गया था। इनके विज्ञापन डिजिटल प्लेटफार्म पर विभिन्न भारतीय भाषाओं में किये जा रहे थे।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पार्ट टाइम नौकरी (Part time job) का झांसा देने वाले इन विज्ञापनों का उद्देश्य रिटायर्ड कर्मचारियों, महिलाओं, पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स और बेरोजगार युवाओं को जाल में फंसाना होता है।
ऐसे काम करता है धोखाधड़ी का नेटवर्क
बता दें कि एक बार विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद व्हाट्सअप या टेलीग्राम पर कोई व्यक्ति संपर्क करता और उसे वीडियो का लाइक और सब्सक्राइब करने और मैप्स की रेटिंग जैसे आसान काम देता था। भरोसा जीतने के लिए काम पूरा होने पर शुरू में कुछ कमीशन भी दिया जाता था। एक बार भरोसा जीतने के बाद व्यक्ति को अधिक कमाई का लालच देकर निवेश के लिए उत्साहित किया जाता था। बड़ी रकम निवेश होने के बाद वे उसे जब्त कर लेते थे और काम देना बंद कर देते थे। इस तरह देश में लाखों बेरोजगार युवा, महिला और रिटायर्ड कर्मचारी इसके शिकार हो रहे थे।
धोखाधड़ी के पूरे पैटर्न की गहनता से जांच
गृह मंत्रालय के I4C की पड़ताल में साफ हुआ कि लोगों के साथ धोखाधड़ी (Cyber crime) का पैसा भारत में रखने के बजाय वे क्रिप्टोकरेंसी, कार्ड नेटवर्क, एटीएम पेमेंट और अंतरराष्ट्रीय फिनटेक कंपनियों के जरिए विदेश पहुंचाया जाता था। जिन्हें धोखाधड़ी की शिकायत के बाद भी वापस लाना एजेंसियों के लिए मुश्किल हो जाता था। धोखाधड़ी के इस पूरे पैटर्न की गहनता से जांच पड़ताल के बाद कार्रवाई का फैसला किया गया है।