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पेशी पर 150 गाड़ियों का काफिला लेकर पहुंचा शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा, हुआ बवाल!

डॉन का ये बेटा चाहता तो अच्छा वकील बन सकता था लेकिन पिता के नक्शेकदम पर चलकर उसे भी डॉन ही बनना है.

कहते हैं नेता का बेटा नेता, डॉक्टर का बेटा डॉक्टर और इंजीनियर का बेटा इंजीनियर बनता है लेकिन क्या कभी सुना है कि डॉन का बेटा भी डॉन बनता है. ज्यादातर अपराधी कहते हैं कि उनके बच्चे इस दलदल से बचे रहें लेकिन पिता के नक्शेकदम पर जब बेटा चल देता है तो फिर क्या होता है सुनिए.

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बिहार में एक डॉन के बेटे की अदालत में पेशी थी. जब वो अदालत के लिए निकला तो 150 गाड़ियों का काफिला भी साथ चल दिया ऐसा लग रहा था किसी बादशाह की रैली निकल रही है. मोतिहारी की हर सड़क पर गाड़ी ही दिख रही थी. पुलिस के हाथ पांव फूल गए, उनको समझ नहीं आ रहा था कि इतनी गाड़ियां कहां लेकर जायें.

डॉन का ये बेटा चाहता तो अच्छा वकील बन सकता था लेकिन पिता के नक्शेकदम पर चलकर उसे भी डॉन ही बनना है. वरना दिल्ली से स्कूल की पढ़ाई और लंदन से वकालत पढ़ने के बाद कुछ भी कर सकता था लेकिन बाहुबली बनने का भी अपना चस्का है जो उसे लगा है. ये है बिहार के माफिया रहे शाहबुद्दीन का बेटा ओसामा.

जैसा नाम वैसा काम… मोतिहारी के प्रतिष्ठित रानी कोठी में हुए फायरिंग, गुंडागर्दी और तोड़फोड़ मामले में आज यानी बुधवार को कोर्ट में उसकी पेशी होनी थी. मोतिहारी पुलिस भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसे सिवान से लेकर आ रही थी. इस दौरान उसकी वैन के साथ 150 गाड़ियों का काफिला चल रहा था.

इतनी गाड़ियां देखकर चकराई पुलिस

इतनी बड़ी संख्या में गाड़ियों को देखकर मोतिहारी पुलिस भी चकरा गई. कोर्ट के आसपास माहौल खराब न हो, इसलिए पुलिस ने उसके समर्थकों को पिपरा कोठी में ही रोक दिया. इसके बाद उसे कैदी वाहन से मोतिहारी कोर्ट लाया गया, जहां मजिस्ट्रेट के सामने उसकी पेशी हुई. ओसामा और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव की बढ़िया दोस्ती है.

ओसामा पर कितने आरोप?

ओसामा शहाब पर आरोप है कि उसने पिछले दिनों अपने बहनोई के घर मोतिहारी के प्रतिष्ठित रानी कोठी में अपने दर्जनों समर्थकों के साथ जमकर तांडव मचाया था. अपने बहन के ससुर इफ्तेखार अहमद के पक्ष में वहां जमकर बवाल किया था. कई गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए बाउंड्री वॉल तोड़ दी गई थी.

इतना ही कई राउंड फायरिंग भी हुई थी. इस मामले में पीड़ित पक्ष की तरफ केस दर्ज कराया गया था, जिसके बाद मोतिहारी पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. इधर ओसामा अपने साथियों के साथ फरार हो गया. 16 अक्टूबर को उसे राजस्थान के कोटा में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

सोशल मीडिया से फिरौती का खेल

पिछले साल दिसबंर में ओसामा शहाब के नाम से सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर लोगों से पैसे मांगने का मामला सामने आया था. इस पर ओसामा का कहना था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसा कोई अकाउंट नहीं है. उसने लोगों से अपील की थी कि फर्जी मैसेज से बचे. वो जिले से बाहर है. सीवान पहुंचकर प्रशासन इस बारे में शिकायत करेगा. फेक आईडी बनाकर उसे बदनाम करने की साजिश की जा रही है.

दरअसल, उस समय ओसामा के नाम से एक शख्स को मैसेज भेजा गया था. इसमें दस हजार रुपए की मांग की गई थी. छपरा के एक आदमी को किए गए मैसेज में लिखा था कि उसको कुछ खर्चा भेजना है. इतना ही नहीं पैसों के लिए कई बार मैसेज किए गए थे.

ओसामा ने लंदन से की पढ़ाई

ओसामा शहाब पढ़ाई में हमेशा ठीक रहा है. सिवान से शुरूआती शिक्षा के बाद दिल्ली आ गया. पिता सांसद थे, तो उनको दिल्ली में आवास मिला था. दिल्ली के कर्नल सत्संगी पब्लिक स्कूल से हाईस्कूल करने के बाद इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए जी डी गोयनका में दाखिला करा लिया. जी डी गोयनका को दिल्ली का हाईप्रोफाइल स्कूल माना जाता है. दिल्ली से 12वीं तक की पढ़ाई के बाद पिता ने उसे उच्च शिक्षा के लिए लंदन भेज दिया. वहां से उसने वकालत की पढ़ाई की है. इसी बीच पिता के जेल जाने और लगातार बीमार रहने की वजह से वो दिल्ली लौट आया. साल 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में उसने अपनी मां हिना शहाब के चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी.

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