गाजियाबाद। जिस शहर में लूट और डकैती जैसे मामलों में बरामदगी के लिए पुलिस के पास फुर्सत नहीं, वहां बीजेपी के पार्षद ने शङर कोतवाल को चिट्ठी लिखकर नगर निगम की स्ट्रीट लाईट चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। पार्षद ने चोरी हुई स्ट्रीट लाईट की बरामदगी की मांग भी शहर के कोतवाल से की है।
बीजेपी पार्षद नीरज गोयल ने अपनी चिट्ठी में शहर के कोतवाल को बताया कि उनकी वार्ड में तुराब नगर मुहल्ले के रहने वाले सुखबीर शिशोदिया के मकान के सामने लगे खम्बे पर नगर निगम की स्ट्रीट लाईट लगी थी।
जिसे चोरी कर लिया गया। स्ट्रीट लाइट की बरामदगी को लेकर पार्षद नीरज गोयल ने शहर कोतवाल को पत्र लिखा। पत्र के माध्यम से पार्षद नीरज गोयल ने शिकायत दर्ज करवाते हुए कहा कि तुराब नगर रिहायशी क्षेत्र में एक बिजली का खम्भा लगा है। उस पर पिछले बहुत वर्षों से नगर निगम द्वारा लगाई हुई लाइट जल रही थी।
पार्षद का कहना है कि अभी कुछ दिनों पहले विद्युत विभाग ने उस खम्बे पर बिजली के तार बदले थे। जिस दिन तार बदले गए, उसी दिन से खंभे की लाइट गायब है। जाहिर है कि पार्षद जी को बिजली कर्मचारियों पर ही शक है। पार्षद ने कोतवाल से आवश्यक जांच व कार्यवाही कर उस लाइट को बरामद करने व उसे गायब करने वाले अपराधी को नियमानुसार धाराओ में बंद करने की मांग की है।
क्या बिजलीकर्मी चोरी कर रहे लाईट्स ?
बीजेपी पार्षद के इस शिकायती पत्र ने एक सवाल जरूर खड़ा कर दिया है कि क्या महानगर में बिजली के पोल से गायब होने वाली स्ट्रीट लाईटों के पीछे कोई ऐसा गिरोह है जो बिजली विभाग से जुड़ा है या जुड़ा रहा है ? पुलिस मामले की पड़ताल करे तो संभवत: इस तरह की होने वाली और भी वारदातों से पर्दा उठे।
भैंस उधारी पर एक्शन, लाईट चोरी पर क्यों नहीं ?
गौरतलब है कि चंद रोज पहले ही विजयनगर पुलिस ने भैंस की उधारी के एक मामले की एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर रखी है। ऐसे में लोग चर्चा कर रहे हैं कि जब भैंस की उधारी की जांच कमिश्नरेट पुलिस के पास करने का वक्त है, तो निगम की स्ट्रीट लाईट चोरी करने की जांच क्यों नहीं ?