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Uttarkashi Tunnel : 30 घंटे से जिंदगी बचाने की जंग, कब लाएगी प्रशासन की मेहनत रंग!

Uttarkashi Tunnel Collapse : सिल्क्यारा सुरंग (Silkyara Tunnel) में फंसे मजदूरों को 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है। सुरंग में 40 श्रमिक फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकालने के लिए मलबा हटाने का काम लगातार जारी है। खुद सीएम धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से बचाव कार्य फीडबैक लिया। साथ ही राहत-बचाव का अपडेट लगातार प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा जा रहा है।

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आपको बता दें कि मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रात भर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। मलबा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को काम पर लगाया गया है। वहीं फंसे श्रमिकों से वॉकी टॉकी के जरिये संपर्क जुड़ा है। श्रमिकों ने बताया कि वह सुरक्षित हैं। टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए उनके लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। साथ ही खाने पीने का सामान भी कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे मजदूरों तक भेजे गए हैं।

Uttarkashi Tunnel : 30 घंटे से जिंदगी बचाने की जंग, कब लाएगी पुलिस-प्रशासन की मेहनत रंग!

पाइपलाइन के जरिए किया जा रहा कम्युनिकेशन

टनल के अंदर यह पाइपलाइन राहत और बचाव अभियान में काफी मददगार साबित हो रही है। इसी पाइपलाइन के जरिए मजदूरों से कम्युनिकेशन किया जा रहा है। पहले टनल में फंसे मजदूर (Uttarkashi Tunnel Collapse) तक संदेश भेजने के लिए कागज पर लिखे संदेश की पर्ची पाइप लाइन के जरिए भेजी जा रही थी और अब ठीक हादसे वाले स्थान के पास से इस पाइपलाइन को खोलकर मजदूरों से बातचीत की जा रही है।

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युद्धस्तर पर जारी है बचाव कार्य

सिल्क्यारा सुरंग में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं। हादसे पर NDRF के असिस्टेंट कमांडेंट करमवीर सिंह भंडारी ने बताया कि सुरंग के अंदर फंसे सभी 40 मजदूर सुरक्षित हैं, उन्हें पानी और खाना भिजवा दिया गया है। मलबा होने के कारण रेस्क्यू में थोड़ी दिक्कत हो रही है लेकिन हमारी टीम कोई कसर नहीं छोड़ रही है। (Uttarkashi Accident)

सीएम धामी ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी टनल में हुए भू-धंसाव का निरीक्षण किया। साथ ही अधिकारियों से बचाव कार्य फीडबैक लिया। रेस्क्यू ऑपरेशन (Uttarkashi Tunnel Rescue Operation) के सफल संचालन और फंसे हुए श्रमिकों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए वह स्वयं घटनास्थल पर अधिकारियों एवं बचाव दल के बीच मौजूद हुए।

बचाव के लिए सभी विकल्पों पर हो रहा विचार

मुख्यमंत्री ने कहा राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि ईश्वर की कृपा और बचाव अभियान में जुटी टीम के प्रयासों के चलते सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।

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