उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिल्क्यारा-डंडालगांव टनल में फंसे सभी 41 मजदूरों को करीब 400 घंटे बाद बाहर सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। पहला मजदूर शाम 7.50 बजे बाहर निकाला गया था। 45 मिनट के अंदर यानी रात 8.35 बजे सभी 41 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। सभी को एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया। सभी मजदूरों को एक-एक लाख का चेक मिलेगा।
उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है।
टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
यह अत्यंत…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2023
PM मोदी हुए भावुक
सभी मजदूरों के बाहर निकलने के बाद पीएम मोदी भावुक हो गए। भावुक होते हुए उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मैं इन सभी मजदूरों से कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। पीएम मोदी ने सभी मजदूरों के स्वास्थ्य होने की कामना की। पीएम ने कहा कि इन सभी ने साहर और संयम का परिचय दिया।
धैर्य, परिश्रम एवं आस्था की हुई जीत। pic.twitter.com/bF4hupYDMa
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 28, 2023
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर जानकारी दी, ‘सिलक्यारा टनल के अंदर ही अस्थाई मेडिकल कैंप लगाया गया है। फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के बाद इसी जगह पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। स्वास्थ विभाग द्वारा बनाए गए अस्थाई मेडिकल कैंप में 8 बेड एवं डॉक्टरों तथा विशेषज्ञों की टीम तैनात हैं।
सिलक्यारा टनल के अंदर ही अस्थाई मेडिकल कैंप लगाया गया है । फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के बाद इसी स्थान पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। स्वास्थ विभाग द्वारा बनाए गए अस्थाई मेडिकल कैंप में 8 बेड एवं डॉक्टरों तथा विशेषज्ञों की टीम तैनात हैं।#SilkyaraTunnelRescue pic.twitter.com/y9QxZqqpvy
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) November 28, 2023
इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टनल से बाहर आ गए हैं। वे कुछ घंटों पहले खुद मेडिकल बैकअप और हालातों का जायजा लेने के लिए सुरंग के अंदर गए थे। मलवा गिरने वाली जगह से पहले तक लोग आसानी से अंदर-बाहर जा सकते हैं। सीएम धामी अब सुरंग से बाहर निकल आए हैं। जानकारी के मुताबिक सुरंग में फंसे मजदूर जल्दी ही बाहर निकलने वाले हैं।
ड्रिलिंग हुई पूरी
अब एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान मजदूरों को निकालने के लिए सुरंग के अंदर चले गए हैं। कभी भी मजदूरों के बाहर निकाला जा सकता है। इससे पहले माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने बताया था कि कुछ और मीटर की खुदाई बची है और उम्मीद जताई थी कि 5 बजे तक नतीजे मिल सकते हैं। वहीं बचाव कार्य में जुटे अधिकारियों ने मजदूरों को परिजनों से कहा है कि उनके कपड़े और बैग तैयार रखिए। जल्द ही अच्छी खबर आने वाली है।
टनल के बाहर एंबुलेंस तैनात
मजदूरों को टनल से बाहर निकालने के बाद तुरंत उन्हें चिन्यालीसौड़ अस्पताल ले जाया जाएगा। इसके लिए मौके पर एंबुलेंस तैनात हैं। इनके लिए कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है, ताकि एंबुलेंस को कोई दिक्कत न हो। बीते 24 नवंबर को जहां मजदूर फंसे हुए हैं वहां से सिर्फ 12 मीटर पहले ही मशीन की ब्लेड्स टूट गई थीं। जिसके बाद रेस्क्यू को रोकना पड़ा था। फिर सेना और रैट माइनर्स को मैन्यूअल ड्रिलिंग के लिए बुलाया गया।
मलबे को ऐसे निकाला जा रहा है बाहर
रैट माइनर्स के 6 सदस्य खुदाई का काम कर रहे हैं। यहां बारी-बारी से पाइप के अंदर जाते हैं, फिर हाथ के सहारे छोटे फावड़े से खुदाई करते हैं और छोटी ट्राली से एक बार में तकरीबन 2.5 क्विंटल मलबा लेकर बाहर आते हैं। पाइप के अंदर इन सबके पास बचाव के लिए ऑक्सीजन मास्क, आंखों की सुरक्षा के लिए विशेष चश्मा और हवा के लिए एक ब्लोअर भी मौजूद है, ताकि अंदर किसी तरह की कोई परेशानी ना हो।
जहां विज्ञान फेल होता है. वहां इंसान काम आता है. #UttarakhandTunnelRescue #Uttarkashi #उत्तरकाशी pic.twitter.com/PpiCBEUy2W
— अभिषेक शांडिल्य (@abhishandilya93) November 28, 2023
सीएम ने अधिकारियों को अलर्ट पर रखा
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया है कि फंसे हुए मजदूरों को निकालने के बाद अस्पतालों को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि मौके पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ को तैनात किया गया है। मौके पर डॉक्टर की टीम भी मौजूद है। सभी अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है। अस्पताल में 41 बेड तैयार रखे गए हैं। सीएम धामी ने पीएम मोदी को भी इसकी जानकारी दी।