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Thursday, October 17, 2024
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Uttarkashi में दिवाली पर बड़ा हादसा, निर्माणाधीन टनल धंसी, करीब 40 मजदूर फंसे!

उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi) में शनिवार देर रात बड़ा हादसा हो गया. ब्राह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल का करीब 50 मीटर हिस्सा धंस गया. जिसमें लगभग 40 मजदूर टनल के अंदर फंस गए हैं. फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

राहत और बचाव कार्य जारी

घटना की जानकरी मिलते ही उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों की कमान संभाली. मौके पर पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, अग्निशमन, आपातकालीन 108 व सुरंग का निर्माण करा रही संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के कर्मचारी भी मौके पर सुरंग खुलवाने के काम में जुटे हुए हैं.

हर मौसम के अनुकूल चार धाम सड़क परियोजना के तहत बन रही इस सुरंग के बनने से उत्तरकाशी से यमुनोत्री धाम तक का सफर 26 किलोमीटर कम हो जाएगा.

(1) ANI on X: “#WATCH | Dehradun: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, “I have been in contact with the officials from the time I got to know about the incident…NDRF and SDRF are at the spot. We pray to god for the safe return of everybody.” https://t.co/Y2J7ZBpY2D” / X (twitter.com)

क्यों हुआ हादसा?

बताया जा रहा है कि यह हादसा भूस्खलन के कारण हुआ. जिला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक मजदूरों को बाहर निकालने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है. उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि टनल के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं, और उनके पास ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है. एक ऑक्सीजन पाइप भी टनल के अंदर पहुंचा दी गई है.

निर्माणाधीन टनल का 50 मीटर हिस्सा धंसा.  (फोटो: आज तक)

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के नेतृत्व में पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर सर्विस, 108 इमरजेंसी सेवा के कर्मी राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं. सुरंग से मलबा हटाने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन का प्रबंध किया जा रहा है. निर्माणाधीन टनल में कार्यदायी संस्था NHIDCL की मशीनरी मलबा हटाने का कार्य कर रही है.

ऐसे हो रहा राहत-बचाव कार्य

टनल के बाहर 5 एंबुलेंस तैनात हैं, ताकि रेस्क्यू किए गए मजदूरों को जरूरत पड़ने पर बिना देर किए प्राथमिक उपचार मिल सके और उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके. सिलक्यारा की ओर सुरंग के मुख्य द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि सुरंग में जो मजदूर काम कर रहे थे वे 2800 मीटर अंदर हैं.

ऑल वेदर रोड का हिस्सा है टनल

यह टनल ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसकी लंबाई 4.5 किमी है. चार किलोमीटर सुरंग का निर्माण हो चुका है. पहले इस टनल का कार्य सितंबर 2023 में पूरा होना था, लेकिन प्रोजेक्ट में देरी हो गई है. अब इसे मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. जानकारी के मुताबिक इस साल मार्च में भी इस निर्माणाधीन सुरंग में भूस्‍खलन की घटना हुई थी.

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