रेसलर साक्षी मलिक ने आज कुश्ती त्यागने का ऐलान कर दिया है। भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने से साक्षी मलिका काफी नाराज थी। बृजभूषण के खिलाफ धरना देने वाले रेसलर बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट नाखुश हैं।
जाट नेता और उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की भतीजी साक्षी मलिक ने कुश्ती के राजनीतिकरण के कारण अत्याचार से तंग आकर कुश्ती छोड़ दी।#vivekbindra ||SCAM|| #SakshiMalik #साक्षीमलिक #sandeepmaheshwari #DunkiReview #Taiwan #Tomcurran #Survivor#SanjaySingh | Sanjay Singh pic.twitter.com/5YntYhWbDs
— Vipin Bishnoi। (@VipinBishnoi13) December 21, 2023
आज इन रेसलर ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। इस दौरान साक्षी मलिक भावुक हो गईं और कुश्ती त्यागने का ऐलान कर दिया। उन्होंने अपने जूते उतारकर टेबल पर रख दिए और वहां से उठकर चली गई। साक्षी ने कहा कि हम लड़ाई नहीं जीत पाए, कोई बात नहीं। हमारा समर्थन करने देशभर से आए लोगों का आभार। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।
इससे पहले साक्षी ने कहा कि पहलवानों ने कुश्ती संघ में महिला प्रेसिडेंट की मांग की थी, लेकिन सब जानते हैं कि बृजभूषण का तंत्र कितना मजबूत है। उन्होंने कहा कि मैं और बजरंग पूनिया गृहमंत्री से मिले थे। हमने बाकायदा लड़कियों के नाम लेकर उन्हें बताया था कि रेसलिंग को बचा लें, लेकिन कुछ नहीं हुआ। साक्षी ने कहा कि चुने गए नए अध्यक्ष संजय सिंह बृजभूषण सिंह के पार्टनर हैं।
जब तक बृजभूषण सिंह और उनके जैसे लोग कुश्ती संघ से जुड़े हैं, न्याय की उम्मीद नहीं है। ऐसे में आज मैं अपनी कुश्ती त्यागती हूं। आज से आप मुझे मैट पर नहीं देखेंगे। वहीं बजरंग पूनिया ने कहा कि पूरा देश जानना चाहता है कि खिलाड़ी इतने दिन चुप क्यों थे। हमने पिछले साल जनवरी में धरना दिया था। उसके बाद एक कमेटी बनाई गई। हम पहले सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे थे। अब बहन-बेटियों की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी।