अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैदिक विधि-विधान से यम-नियमों का पालन करते हुए 11 दिनों का अनुष्ठान शुरू कर दिया है। इस दौरान पीएम मोदी उपवास रखेंगे। उन्होंने इस अनुष्ठान की शुरुआत नासिक के पंचवटी से की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक ऑडियो संदेश में बताया कि भगवान राम ने नासिक के पंचवटी में काफी वक्त बिताया था। इसीलिए अनुष्ठान की शुरुआत यहां से की है। मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले शास्त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं जो काफी कठिन हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन सभी नियमों का पालन करने का फैसला किया है।
अब समझते हैं कि प्राण-प्रतिष्ठा से पहले बताए गए यम-नियम क्या हैं। महर्षि पतंजलि ने शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शुद्धि के लिए आष्टांग योग का रास्ता बताया है। योग के इन आठ भागों में यम-नियम, आसान, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारण, ध्यान और समाधि शामिल हैं।
इनमें 5 व्रतों को यम और 5 व्यक्तिगत नैतिकता को नियम कहा जाता है। योग दर्शन में 5 यम जिनमें अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह शामिल हैं. वहीं शौच, संतोष, तप, स्वाध्याय और ईश्वर प्राणिधान को नियम बताया गया है।