आरपीएफ जवानों का हत्यारोपी मुठभेड़ में ढेर
मोहसिन खान
गाजीपुर-यूपी के कुख्यात अपराधी एसटीएफ की रडार पर है और लगातार कुख्यातों के खौफ़ का अंत भी कर रही है, यूपी एसटीएफ ने 20 घंटे के भीतर एक ओर कुख्यात बदमाश को ढेर कर दिया। गाजीपुर में यूपी एसटीएफ की नोएडा युनिट और स्थानीय पुलिस ने आरपीएफ जवानों के हत्यारोपी को मुठभेड़ में ढेर कर दिया, जबकि सोमवार को एसटीएफ की टीम ने सुल्तानपुर ज्वैलरी लूट कांड के मुख्य आरोपी अनुज सिंह को भी एनकांउटर में मार गिराया था।
एसटीएफ नोएडा युनिट और स्थानीय पुलिस को सूचना मिली थी कि आरपीएफ जवानों की हत्या के आरोपी गोपालपुर थानाक्षेत्र के दिलदारनगर से बाइक से निकल रहे है, इसके बाद बदमाशों की घेराबंदी की गई, खुद घिरता देख बदमाशों ने पुलिस टीम के उपर फायरिंग कर दी, पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें पुलिस की गोली एक बदमाश के सीने में लगी, उसको अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसको मृत घोषित कर दिया, जबकि उसका एक साथी फरार हो गया। मृतक बदमाश की शिनाख्त कुख्यात जाहिद के रूप में हुई और यही आरपीएफ जवान प्रमोद और जावेद की हत्या का मुख्य आरोपी था, इसके खिलाफ़ अपहरण, मारपीट और शराब तस्करी के मामले दर्ज थे। फुलवारीशरीफ बिहार पटना का रहने वाला जाहिद एक लाख का इनामी था।
आरपीएफ जवानों ने शराब तस्करी रोकने पर कसा शिकंजा, तो चलती ट्रेन से फेंका।
वारदात 20 अगस्त की है, दरअसल जाहिद अपने साथियों के साथ शराब की तस्करी करता था और ये सब 19 अगस्त को मुगलसराय से सुरेन्द्र नाम के व्यक्ति से शराब लेकर आए और फिर उसके बाद ये सभी गुवाहटी एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में बैठ गए, कुचमन स्टेशन के पास चेकिंग के लिए आरपीएफ जवान प्रमोद और जावेद को उनके उपर शक हुआ, क्योंकि ये दोनो जवान शराब तस्करी पर शिकंजा कस रहे थे।
प्रमोद और जावेद ने पूछताछ शुरू की, लेकिन आरोपियों ने चेन पुलिंग करने की कोशिश की, जिसके बाद उनके बीच गुत्थम गुत्था हो गई और आरोपियों ने प्रमोद और जावेद को बुरी तरह से पीटा और फिर उसके बाद चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया, जिससे दोनों की मौत हो गई थी।
20 दिन, 3 कुख्यात, 3 एनकांउटर
यूपी में माफिया और अपराधी या तो जेल में होंगे, या रेल में होंगे या फिर परलोक में होंगे, सीएम योगी आदित्यनाथ का ये फरमान कानून राज कायम करने के लिए था और उस पर योगी की पुलिस ने अमल भी किया और ऑपरेश्न क्लीन जारी रखा। सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा में फिर से कहा कि वो दौर खत्म हुआ जब माफियाओं को प्रशासन सैल्यूट करता था, अब अपराधी हाथ जोड़ते है, जान की भीख मांगते है और कहते है कि ‘हुजूर बख्श दो, ठेला लगाकर गुज़ारा कर लेंगे’ उनके बयान का असर कुछ घंटो बाद ही दिख गया, आरपीएफ जवानों के हत्यारोपी को यूपी एसटीएफ नोएडा युनिट ने एनकांउटर में मार गिराया। कुल मिलाकर यूपी में 20 दिन के भीतर 3 बदमाशों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया।
5 सितंबर-सुल्तानपुर ज्वैलरी कांड में आरोपी मंगेश यादव को एसटीएफ में मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
23 सितंबर-सुल्तानपुर डकैती में एसटीएफ ने दूसरा एनकांउटर किया और उन्नाव में एक लाख के इनामी अनुज सिंह को एनकांउटर में मार गिराया।
24 सितंबर-गाजीपुर में एसटीएफ की नोएडा युनिट ने आरपीएफ जवानों के हत्यारोपी जाहिद को एनकांउटर में ढेर कर दिया।