- विज्ञापन -
Home Big News भगदड़ के बाद फिर शुरू अमृत ​​स्नान: देवकीनंदन, हेमा मालिनी और...

भगदड़ के बाद फिर शुरू अमृत ​​स्नान: देवकीनंदन, हेमा मालिनी और बाबा रामदेव ने लगाई डुबकी, हेलीकॉप्टर से संतों पर बरसाए फूल, प्रशासन अलर्ट पर

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर दूसरे अमृत स्नान के लिए संगम रूट को पूरी तरह से क्लियर कर दिया गया। सभी 13 अखाड़े सादगी से छोटे-छोटे समूहों में संगम स्नान कर रहे हैं।

- विज्ञापन -

पीएम मोदी ने भगदड़ पर जताया दुख
मौनी अमावस्या पर उमड़ी भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिससे कई श्रद्धालु हताहत हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरी संवेदना प्रकट की और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लगातार अपडेट लेते रहे।

अखाड़ों ने बड़े जुलूस रद्द किए, सादगी से स्नान

ये भी पढ़े: Live Update: महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या पर बड़ा हादसा, संगम पर भगदड़, घायलों के लिए ग्रीन कॉरिडोर

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने घोषणा की कि इस अप्रत्याशित घटना के कारण अखाड़ों की भव्य शोभायात्रा रद्द कर दी गई है। सभी अखाड़े अब सादगी से और छोटे समूहों में स्नान कर रहे हैं। नागा साधुओं ने तलवारें लहराते हुए संगम स्नान करने की परंपरा को बनाए रखा, लेकिन इस बार बिना रथ और बड़े जुलूस के।

श्रद्धालुओं का संगम में सैलाब, 20 करोड़ से ज्यादा ने लगाई डुबकी


महाकुंभ में सुबह 9 बजे तक 2.78 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान कर लिया था। अब तक 20 करोड़ से अधिक लोग इस पवित्र अवसर का हिस्सा बन चुके हैं। प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं और श्रद्धालुओं को अपने नजदीकी घाटों पर स्नान करने की सलाह दी गई है।

हेलिकॉप्टर से निगरानी, सुरक्षा चाक-चौबंद
मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) तैनात की गई है। संगम क्षेत्र में हेलिकॉप्टर से निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।

बाबा रामदेव की अपील: जहां घाट, वहीं स्नान करें
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा, “हर कोई संगम आना चाहता है, लेकिन यह संभव नहीं है। इसलिए जहां भी पवित्र गंगा का जल उपलब्ध हो, वहीं स्नान करें। धैर्य रखना और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना धर्म का पहला लक्षण है।”

शंकराचार्यों का स्नान तय समय पर
प्रशासन ने तीनों शंकराचार्यों के स्नान का समय सुबह 11 बजे निर्धारित किया। यह सुनिश्चित किया गया कि वे संगम में स्नान करने के दौरान पूरी सुरक्षा में रहें।

महामंडलेश्वर अवधेशानंद महाराज अमृत स्नान के लिए रवाना

जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद महाराज और महंत हरि गिरि समेत बड़ी संख्या में साधु-संत स्नान के लिए अखाड़े से रवाना हुए हैं।

महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने नागा साधुओं संग किया स्नान
हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने प्रशासन के अनुरोध पर संगम नोज के बजाय नजदीकी घाट पर नागा साधुओं के साथ स्नान किया।

ये भी पढ़े: महाकुंभ 2025: भगदड़ के बाद पीएम मोदी की सीएम योगी से बातचीत, अमृत स्नान को लेकर बड़ा फैसला

हाथों में त्रिशूल, तलवार और डमरू; नागा साधुओं की तस्वीरें

नागा साधुओं के आगे-आगे घुड़सवार पुलिसकर्मी चल रहे हैं, रास्ते को सुरक्षित बनाने के लिए रस्सी लगाकर बैरिकेडिंग की गई है। हाथों में त्रिशूल, तलवार और डमरू लिए नागा साधु ‘हर-हर महादेव’ के जयकारों के साथ संगम की ओर बढ़ रहे हैं। भक्तों की भीड़ उमड़ रही है, और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि अमृत स्नान बिना किसी बाधा के संपन्न हो सके।

देवकीनंदन ठाकुर, हेमा मालिनी और बाबा रामदेव ने लगाई पवित्र डुबकी


प्रसिद्ध कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर, योग गुरु बाबा रामदेव और बॉलीवुड अभिनेत्री व सांसद हेमा मालिनी ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। हेमा मालिनी ने कहा, “अमृत स्नान करना मेरा सौभाग्य है। इस पावन अवसर का हिस्सा बनकर मैं धन्य हो गई।”

साधु-संतों पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए

महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के दौरान भगदड़ जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बावजूद, प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में सफल रहा। अखाड़ों के संतों और श्रद्धालुओं ने संयम और धैर्य का परिचय देते हुए अमृत स्नान संपन्न किया। संगम स्नान जारी है, और पूरे क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू है।

ये भी पढ़े: महाकुंभ भगदड़ 2025 Update: मुख्यमंत्री योगी ने अखाड़ों से की बातचीत, भगदड़ के बाद अमृत स्नान का कार्यक्रम रद्द, सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी

- विज्ञापन -
Exit mobile version