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Jodhpur blast: हिजाब लेने लौटी सादिया की मौत, गैस सिलेंडर ब्लास्ट ने उजाड़ा खुशियों भरा घर

Jodhpur

Jodhpur blast: जोधपुर के गुलाब सागर क्षेत्र के पास मियां की मस्जिद इलाके में सोमवार शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें गैस सिलेंडर ब्लास्ट के चलते 19 वर्षीय सादिया और एक 14 महीने के मासूम की जान चली गई। हादसे में 14 अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब मोहम्मद सत्तार चौहान के घर में उमरा यात्रा से पहले मेहमानों को बुलाकर भोज देने की तैयारी की जा रही थी।

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घटना शाम 4:30 बजे की है, जब खाना बनाते समय सिलेंडर में लीकेज हुआ और आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि पूरे घर को चपेट में ले लिया। उस वक्त सादिया दूसरी मंजिल के कमरे में नमाज पढ़ रही थी। धुएं से दम घुटता देख उसने किसी तरह चाचा को कॉल कर अपनी लोकेशन बताई। जब उसे बाहर निकाला गया तो वह सुरक्षित थी, लेकिन उसे अपना हिजाब याद आ गया। वह उसे लेने दोबारा कमरे में गई और तभी जलता हुआ दरवाजा उस पर गिर पड़ा। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई।

इस Jodhpur हादसे के समय घर की अन्य महिलाएं भी दहशत में एक कमरे में बंद हो गई थीं। उन्होंने सोचा था कि वहां सुरक्षित रहेंगी, लेकिन धुएं के कारण सब बेहोश हो गईं। पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़कर उन्हें बाहर निकाला। पूरे मोहल्ले में चीख-पुकार मच गई। लोग सिलेंडर उठाकर बाहर भागे, गाड़ियां हटाईं और आग बुझाने की कोशिशें शुरू कीं।

घर में मोहम्मद सत्तार के चार बेटों का परिवार एक साथ रहता था। इकबाल, रफीक, सलीम और साजिद अपने-अपने परिवारों के साथ इस तीन मंजिला मकान में थे। हादसे के समय रफीक घर पर नहीं था, लेकिन उसका पोता इस हादसे का शिकार हो गया। आग इतनी भीषण थी कि घर की दीवारें तक काली पड़ गई हैं।

तंग गलियों के कारण Jodhpur दमकल विभाग को मौके पर पहुंचने में कठिनाई हुई। स्थानीय लोग अब भी उस भयावह मंजर को नहीं भूल पा रहे हैं। हादसे ने एक खुशहाल घर को मातम में बदल दिया।

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